उत्तराखण्ड में कैबिनेट विस्तार की सुगबुगाहट शुरू
देहरादून, । उत्तराखंड में एक बार फिर कैबिनेट विस्तार को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। पूर्व कैबिनेट मंत्री चंदन राम दास के निधन के बाद धामी कैबिनेट में चार पद रिक्त हैं। सूत्रों के अनुसार, इन रिक्त पदों को भरने के साथ-साथ मंत्रियों के विभागों में भी फेरबदल हो सकते हैं।
उत्तराखंड के भाजपा अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने भी धामी कैबिनेट में विस्तार किए जाने के संकेत दिए हैं। उनका कहना है कि इस मामले में निर्णय लेना फिलहाल केंद्रीय सरकार के हाथ में है। उन्होंने बताया कि राज्य में हाल ही में हुई कुछ घटनाओं और बयानों को इन अटकलों से जोड़ा जा रहा है। भाजपा अध्यक्ष ने क्षेत्रीय राजनीति से सम्बंधित सवाल के जवाब में बताया कि किसे सता में रखना है और किसे हटाना है, ये केंद्र सरकार पर निर्भर करता है। इस संबंध में केंद्र सरकार की ओर से ही निर्णय लिया जाएगा। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि राज्य में मंत्रिमंडल विस्तार निश्चित रूप से कभी भी हो सकता है। उनके इस बयान से प्रदेश में कैबिनेट विस्तार की चर्चाएं अधिक बढ़ गई हैं।
सूत्रों के अनुसार, उत्तराखंड सरकार ने राज्य की वर्तमान स्थिति की रिपोर्ट केंद्रीय नेतृत्व को भेजी जा चुकी है। उत्तराखंड में इन दिनों की मौजूदा परिस्थितियों में अब एक और कैबिनेट मंत्री को बदले जाने की मांगे भी जनता की ओर से की जा रही हैं। गौरतलब है कि, उत्तराखंड में कैबिनेट विस्तार की चर्चा काफी समय से चल रही है। हर बार जब मंत्रिमंडल में बदलाव की बातें होती हैं, तो वह कुछ समय के लिए सुर्खियों में रहती हैं और फिर धीरे-धीरे ठंडी पड़ जाती हैं। मुख्यमंत्री के दिल्ली दौरे के दौरान कैबिनेट विस्तार की चर्चा अधिक बढ़ जाती है। ऐसे में मना जा रहा है कि केंद्रीय नेतृत्व से कैबिनेट विस्तार की अनुमति न मिलने के कारण ही इसमें देरी हो रही है।