पश्चिम बंगाल में मालदा आम की बंपर पैदावार की उम्मीद

नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल के मालदा जिला के आम के किसानों को इस वर्ष अनुकूल मौसम और पर्याप्त वर्षा होने की वजह से आम की बंपर पैदावार की उम्मीद है. किसानों ने कहा कि निरंतर बारिश से उनकी फसलों को काफी मदद मिली है, जिससे इस बार आम के रिकॉर्ड पैदावार की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि यदि अगले दो सप्ताह के दौरान कोई बड़ी प्राकृतिक आपदा नहीं आती है, तो उन्हें इस वर्ष 3.5 लाख टन आम के पैदावार की उम्मीद है. वे हालांकि फिर भी मुनाफा कमाने को लेकर आशंकित हैं, क्योंकि पश्चिम बंगाल सहित कई राज्यों में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के कारण प्रतिबंध जारी है। उल्लेखनीय है कि मालदा देश के शीर्ष आम उत्पादक क्षेत्रों में से एक है जिले के आठ प्रखंडों में 31,000 हेक्टेयर खेत में आम की खेती की होती है. इंगरेज बाजार, पुराना मालदा, मानिकचक, रतुआ, हरिश्चंद्रपुर और चांचल में आम के अधिकांश बाग हैं. मालदा में लंगड़ा आम के अलावा गुत्थी, लक्ष्मणभोग, गोपालभोग, हिमसागर, आम्रपाली, मल्लिका, फजली और अश्विना आम की पैदावार की जाती है. ब्रिटेन से लेकर यूरोप तक में इन आमों को निर्यात किया जाता है।अधिकारियों ने कहा कि पिछले वर्ष करीब 1.2 लाख टन आम बारिश और आंधी के कारण बर्बाद हो गये थे तथा 2.40 लाख टन उत्पादन दर्ज किया गया था. जिला उद्यान विभाग के उप निदेशक कृष्णेंदु नंदन ने कहा कि इस वर्ष अब तक बारिश या आंधी के कारण आम की पैदावार को कोई बड़ा नुकसान नहीं पंहुचा है। उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल में 31,000 हेक्टेयर खेत में आम की खेती की होती है इंगरेज बाजार, पुराना मालदा, मानिकचक, रतुआ, हरिश्चंद्रपुर और चांचल में आम के अधिकांश बाग हैं. मालदा में लंगड़ा आम के अलावा गुत्थी, लक्ष्मणभोग, गोपालभोग, हिमसागर, आम्रपाली, मल्लिका, फजली और अश्विना आम की पैदावार की जाती है। ब्रिटेन से लेकर यूरोप तक में इन आमों को निर्यात किया जाता है। (

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