दार्जिलिंग: जारी हिंसा के बोर्डिंग स्कूल के छात्र कैंपस के अंदर ही रहने को मजबूर
दार्जिलिंग । दार्जिलिंग में अलग गोरखालैंड की मांग को लेकर जारी आंदोलन में पूरा क्षेत्र विरोध प्रदर्शन की आग में बुरी तरह सुलग रहा है। इस वजह से न ही सिर्फ आम जन-जीवन प्रभावित हुआ है बल्कि पर्यटन में भी कमी आने के कारण आर्थिक रुप से भी क्षेत्र को काफी नुक्सान हो रहा है। विरोध प्रदर्शन को देखते हुए वहां भारी मात्रा में अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है।
दार्जिलिंग में पिछले कई दिनों से चल रही हड़ताल के कारण 128 साल पुराने सेंट जोसेफ स्कूल के 528 बोर्डिंग विद्यार्थियों को कैंपस के अंदर ही रहने को मजबूर होना पड़ रहा है। कैंपस के बाहर रहने वाले विद्यार्धी भी विद्यालय आने में सक्षम नहीं हो पा रहे हैं।
विद्यार्थी उत्सव थापा ने बताया, हम कैंपस के अंदर सुरक्षित हैं। हम सामान्य दिनों में एक दिन में एक ही परीक्षा देते थे लेकिन हड़ताल के बाद हमें एक दिन में दो परीक्षा देने को कहा जा रहा है।
प्रिंसिपल फादर शाजुओम ने बताया, विद्यार्थियों को कैंपस के अंदर रखना उन्हें इन सब चीजों से बचा कर रखना है। हड़ताल को देखते हुए, हम स्कूल को शुक्रवार से सिलिगुड़ी में स्थानांतरित करने की प्लानिंग कर रहे हैं।
मालूम हो कि, अलग गोरखालैंड की मांग को लेकर दार्जिलिंग में पिछले 12 जून से लगातार बंद जारी है, जिससे सामान्य जनजीवन पूरी तरह से बाधित हो चुका है। इस पूरे आंदोलन में अलग राज्य की मांग का समर्थन करनेवालों और सुरक्षा बलों के बीच झड़प में तीन लोगों की जान गई थी।