भोपाल में भाजपा का महाकुंभ
भाजपा ने मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कार्यकर्ताओं का महाकुंभ आयोजित किया। इस महाकुंभ में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह भी मौजूद थे। भाजपा कार्यकर्ताओं को चुनाव में जीतने के पांच मंत्र दिये गये हैं। इस महाकुंभ से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का मनोबल काफी बढ़ा है। उन्होंने जब पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया, तब उनके चेहरे पर संतुष्टि के भाव झलक रहे थे।
श्री मोदी और अमित शाह ने भाजपा कार्यकर्ताओं को जो मंत्र दिये हैं उनके अगड़ों-पिछड़ों में न पड़ने, कम समय में जनता से सीधे संपर्क करने, केन्द्र सरकार की योजनाओं का प्रचार-प्रसार, प्रत्येक बूथ पर जीत हासिल करने का लक्ष्य और विधानसभा चुनाव के साथ ही लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुट जाना क्योंकि विधानसभा चुनाव सम्पन्न होने के बाद 2019 में शुरू में ही लोकसभा के चुनाव होने हैं। श्री मोदी और अमित शाह ने कहा कि मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजे लोकसभा चुनाव के नतीजे पर सीधे असर डालेंगे। इसलिए भाजपा मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकसभा चुनाव का सेमीफाइनल मान रही है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एससी-एसटी ऐक्ट को लेकर अभी हाल ही में बयान दिया था कि बिना जांच के गिरफ्तारी नहीं होगी। हालांकि दलित ऐक्ट को लेकर शिवराज सिंह सरकार से दलित ही नहीं सवर्ण भी नाराज हैं। इसलिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जब भाजपा के कार्यकर्ता महाकुंभ को संबोधित करने पहुंचे तो उन्हांने पार्टी कार्यकर्ताओं को सीधे संकेत दिया कि जातिवाद में न उलझें। उन्होंने कहा कि पिछड़ा और अगड़ा का भेदभाव देश का भला नहीं करेगा। किसी भी कारण से समाज को कोई तबका पीछे छूटने न पाए। हमें सबको साथ लेकर चलना होगा। भाजपा कार्यकर्ताओं की भीड़ देखकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उन्हें जीत का संकल्प दिलाया और कहा कि चुनाव में सिर्फ दो महीने बचे हैं। एक-एक कार्यकर्ता को जनता के बीच जाना होगा। श्री मोदी ने तो बूथ स्तर के कार्यकर्ता को नारा दिया- मेरा बूथ-सबसे मजबूत। यही जोश मतदान तक बनाये रखने की जरूरत है।