कानपुर में भाजपा की दो दिवसीय प्रदेश कार्यसमिति की बैठक 11 से
लखनऊ । सरकार और भाजपा संगठन के बीच समन्वय को लेकर लंबे समय से कवायद चल रही है, लेकिन गैप समाप्त नहीं हो रहा है। कानपुर में 11 और 12 अक्टूबर को होने जा रही भाजपा प्रदेश कार्यसमिति के मंथन से समन्वय की राह निकलेगी। इसके लिए संगठन और सरकार के नियंता फार्मूला तैयार करने में लगे हैं। इस बैठक में निकाय चुनाव और लोकसभा चुनाव के लिए भी कार्ययोजना बनेगी।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेंद्रनाथ पांडेय ने गुरुवार और शुक्रवार को संगठन महामंत्री सुनील बंसल और अन्य पदाधिकारियों से विमर्श किया। आने वाले निकाय चुनाव और 2019 के लोकसभा चुनाव के संदर्भ में उन्होंने रणनीति पर विमर्श किया। कानपुर की कार्यसमिति को संपन्न कराने के लिए समिति बनाने पर भी विचार किया गया।
कार्यसमिति के लिए यह बात तय हुई है कि जनता की अपेक्षा से सरकार को अवगत कराया जाए और दूसरे सरकार के काम को जनता तक पहुंचायें। अध्यक्ष बनने के बाद से पांडेय की यही प्राथमिकता भी है। चूंकि जिलों-जिलों में सत्तापक्ष के विधायक व्यवस्था के खिलाफ आक्रामक रुख अख्तियार किए हैं। कहीं बिजली आपूर्ति को लेकर असंतोष है तो कहीं पर पुलिस-प्रशासन से पंगा है। इस वजह से समन्वय बनाने पर विशेष जोर है।
मोदी, शाह और योगी का होगा गुणगान
कानपुर की कार्यसमिति में भाजपा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीति और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के सांगठनिक प्रबंधन की सराहना करेगी। पिछले माह दिल्ली में हुई राष्ट्रीय कार्यसमिति में लिए गए कुछ महत्वपूर्ण फैसलों पर भी चर्चा होगी। योगी सरकार के महत्वपूर्ण फैसलों विशेष रूप से महिलाओं और किसानों के हित के किये जा रहे कार्यों की भी सराहना होगी। युवाओं को रोजगार और अन्य सुविधाओं पर भी चर्चा की जाएगी।
पिछड़े वर्ग को संवैधानिक अधिकार पर फोकस
पिछड़े वर्ग के संवैधानिक अधिकार पर भी फोकस रहेगा। पंडित दीनदयाल जन्मशताब्दी वर्ष में उपमुख्यमंत्री व पूर्व प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य की अगुवाई में हुए तमाम कार्यक्रमों पर भी चर्चा होगी। अमित शाह द्वारा दिए गए बूथों को सशक्त बनाने के मंत्र का भी उल्लेख होना है। सशक्त भाजपा-समर्थ भाजपा के नारे को मजबूत किया जाएगा। गरीबी से मुक्त उत्तर प्रदेश, स्वच्छ उप्र-सुंदर उप्र, जातिवाद, भ्रष्टाचार, संप्रदायवाद से मुक्त उप्र की परिकल्पना पर भी चर्चा होगी।
News Source: jagran.com