किसानों को बदनाम करने को बीजेपी कर रही साजिशः रविंद्र जुगरान

देहरादून, । आम आदमी पार्टी के नेता रविंद्र जुगरान ने किसान आंदोलन और किसानों को बदनाम करने की साजिश के पीछे भाजपा के शामिल होने की बात कही है। आज आप कार्यालय में पत्रकारों से वार्ता करते हुए रविंद्र जुगरान ने कहा कि भाजपा किसानों को बदनाम करने की साजिश कर रही है। इनके लोग चाहे दिल्ली में लालकिला हो, गाजीपुर बॉर्डर हो या मुज्जफरनगर, हर जगह किसानों को बदनाम करने के लिए उनके बीच शामिल होकर इस आंदोलन को कुचलने के साथ-साथ किसानों को बदनाम करने के प्रयासों में लगातार लगे हैं। कुछ लोगों की तस्वीरें दिखाते हुए उन्होंने कहा कि चाहे लाल किला पर हमला हो या गाजीपुर में उग्र प्रदर्शन, इन सबमें भाजपा के लोग दिखाई दे रहे हैं। जिससे यह साफ होता है कि कैसे ये बीजेपी के लोग आंदोलन में घुसकर, किसानों को बदनाम कर रहे। उनके साथ बीजेपी धोखा कर रही।जुगरान ने कहा कि पिछले दिनों मीडिया और सोशल मीडिया के जरिए ऐसी कई तस्वीरें बार-बार सामने आ रही हैं जिसमें बीजेपी कार्यकर्ता किसानों के बीच हर जगह किसान बनकर भीड़ में शामिल हुए और इस दौरान हुए उग्र प्रदर्शन में बीजेपी के ये लोग शामिल रहे। जिनमें ज्यादातर कार्यकर्ताओं की फोटो पार्टी के बड़े नेताओं समेत प्रधानमंत्री, सांसदों के साथ रही है। कहा कि लाल किले पर हमले में बीजेपी के लोग शामिल थे। सिंधु बॉर्डर पर भी भाजपा के लोग शामिल थे जिससे साफ पता चलता इस आंदोलन को कुचलने के पीछे भाजपा की ही साजिश है। गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों के आंदोलन को कुचलने के लिए बिजली पानी तक काट दिया था लेकिन दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने किसानों को परेशान नहीं होने दिया और उनके लिए पानी की व्यवस्था करवाई। आप नेता रविन्द्र जुगरानल ने कहा कि भाजपा शुरू से तीनों कृषि कानूनों को जबरदस्ती लागू कर किसानों को सड़कों पर लाने की साजिश में लगी थी। उसके बाद किसानों को बरगलाने के लिए बीजेपी के कई नेता मैदान में उतर कर कृषि कानूनों के पक्ष और किसानों के खिलाफ अनर्गल बयानबाजी पर उतर आए थे। आम आदमी पार्टी शुरू से किसानों के हित की बात करती रही है। चाहे आंदोलन के दौरान दिल्ली में उनको तमाम व्यवस्थाएं करने से लेकर केंद्र को किसानों को जेल बनाने के लिए स्टेडियम की मांग को दरकिनार किया। आप के मुख्यमंत्री केजरीवाल, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया समेत दिल्ली के कई आप नेता लगातार आंदोलन के दौरान किसानों से मिलने बॉर्डर पर धरनास्थल पहुंचे।

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