आज़म ख़ान जितने दिग्गज नेता हैं उतना ही उनका विवादों से भी नाता
उत्तरप्रदेश । आज़म ख़ान जितने दिग्गज नेता हैं उतना ही उनका विवादों से भी नाता रहा है। आजम खान को अगर हम समझने की कोशिश करें तो हम एक लाइन में यह सरलता के साथ कह सकते हैं कि ज्यादातर समय इनके मुख से जो बयान निकलता है उस पर विवाद होना तय समझिए। उनके बयान, खासकर के जो महिलाओं के लिए आते हैं वे अक्सर सुर्खियां बन जाते हैं। गुरुवार को भी आजम खान के साथ ऐसा ही कुछ हुआ। रामपुर से जीतकर पहली बार लोकसभा सांसद बने आजम खान ने तीन तलाक विधेयक पर बहस के दौरान कार्यवाही का संचालन कर रहीं पीठासीन अक्ष्यक्ष रमा देवी को लेकर ऐसे बातें कह दी जिसपर हंगामा मच गया। रमा देवी को आज़म ख़ान की टिप्पणी बेहद नागवार गुजरी और उन्होंने फौरन माफी मांगने की बात कह दी। आजम ने माफी तो नहीं मांगी और उल्टा उन्हें बोलने नहीं देने का आरोप लगाकर सदन से वॉकआउट कर गए। भले ही आजम की बाते पूरी दुनिया को बुरी लगे पर उनकी पार्टी को यह सब हमेशा भला ही लगा है। तभी तो, आज तक उन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई बल्कि खुद पार्टी अध्यक्ष उनके बचाव में खड़े रहते हैं। गुरुवार को भी कुछ ऐसा ही हुआ। आजम खान पहले अमर्यादित टिपण्णी करते हैं, फिर विवाद होता है, वह माफी नहीं मांगते हैं और अखिलेश यादव बचाव में खड़े हो जाते हैं। रमा देवी को लेकर आज़म ख़ान ने जो बातें कही हैं उस पर उन्हें किसी पार्टी का समर्थन नहीं मिल रहा है बल्कि सभी पार्टिया एक सुर में उनके निष्कासन की मांग कर रही हैं। महिला सांसदों ने तो उनके खिलाफ मोर्चा ही खोल दिया है। हैरानी की बात तो यह है कि आज़म ख़ान अपनी गलती मानने को तैयार नहीं। आजम खान के इस बयान की महिला आयोग ने भी निंदा की है और उन्हें नोटिस भेजने की बात कह रही है। हालांकि यह सब उनके लिए आम बात हो चुकी है क्योंकि वो इन परिस्थितियों के आदि हो चुके हैं। लोकसभा चुनाव के दौरान भी वह सुर्खियों में आ चुके थे जब उन्होंने जया प्रदा को लेकर विवादित टिपण्णी कर दी थी। हालांकि जया से आजम खान की यदावत कोई नई बात नहीं है।