मध्यप्रदेश के मूल निवासी को आवंटित हुईं एमबीबीएस की सभी सीटें
भोपाल। पहली बार प्रदेश के सरकारी और निजी मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस की सभी सीटें मप्र के मूल निवासी उम्मीदवारों को मिली हैं। दूसरे चरण की काउंसलिंग का सीट आवंटन रिजल्ट बुधवार शाम को जारी होने के बाद इन सीटों पर एडमिशन भी शुरू हो गया है। दाखिले गुरुवार शाम पांच बजे तक होंगे। इसके बाद खाली सीटों को माप-अप राउंड काउंसलिंग से भरा जाएगा।
सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर पुराने दाखिले निरस्त कर 31 अगस्त से नए सिरे से काउंसलिंग शुरू की गई थी। 7 सितंबर तक दाखिले की प्रक्रिया पूरी करना है। दूसरे चरण की काउंसलिंग में सरकारी और निजी मेडिकल व डेंटल कॉलेजों की एमबीबीएस व बीडीएस की सभी सीटें आवंटित हो गई हैं।
सिर्फ एनआरआई कोटे की सीटें खाली रह गई हैं। बड़ी बात यह है कि पहली बार निजी और सरकारी कॉलेजों की एमबीबीएस की सभी सीटें मप्र के मूल निवासी उम्मीदवारों को आवंटित हुई हैं। निजी डेंटल कॉलेजों की बीडीएस सीटों के लिए मप्र को मूल निवासी उम्मीदवार नहीं मिलने की वजह से 494 सीटें दूसरे राज्यों के उम्मीदवारों को आवंटित हुई हैं। 1317 कैंडीडेट्स को फिर वही कॉलेज आवंटित हुए जिनमें उन्होंने काउंसलिंग रद्द होने के पहले दाखिला लिया था।
दूसरे दौर में इतनी सीटें आवंटित
सरकारी एमबीबीएस-15
निजी एमबीबीएस- 237
सरकारी बीडीएस- 10
निजी बीडीएस- 672
नहीं मिले एनआरआई, खाली रहीं सीटें
निजी मेडिकल और डेंटल कॉलेजों में एनआरआई कोटे की सीटें खाली रह गई हैं। निजी कॉलेजों में एमबीबीएस की 176 सीटें हैं। पहले चरण की काउंसलिंग में 68 सीटों पर दाखिले हो गए थे। दूसरे चरण में सीट आवंटन के बाद 53 सीटें खाली थीं। इन्हें दूसरी कैटेगरी से भरा जा रहा है। इसी तरह से निजी कॉलेजों में बीडीएस की एनआरआई कोटे की 198 सीटों में सिर्फ 7 आवंटित हुई हैं।