राहुल गांधी के अध्यक्ष बनते ही और मजबूत हो जाएगा कांग्रेस का ये दिग्गज नेता
नई दिल्ली । कांग्रेस में राहुल गांधी की ताजपोशी तय हो गई है। वह पार्टी के अगले अध्यक्ष होंगे बस इसका औपचारिक एलान होना बाकी रह गया है। 11 दिसंबर यानी सोमवार दोपहर बाद तीन बजे नाम वापस लेने की समय सीमा खत्म हो जाएगी। हालांकि अध्यक्ष पद के लिए और किसी का प्रस्ताव नहीं होने से तस्वीर साफ है, बस ताजपोशी किस दिन होगी? यह तय होना बाकी रह गया है। इसके साथ ही दिल्ली में प्रदेश स्तर पर भी संगठन को मजबूत करने का सिलसिला शुरू हो जाएगा।
मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन जो नगर निगम चुनाव में पार्टी के बेहतर प्रदर्शन नहीं करने की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दे दिया था। राहुल गांधी ने उनका इस्तीफा नामंजूर करते हुए उसी जोश के साथ जिम्मेदारी संभालने को कहा था। इससे यह माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में माकन और मजबूत होंगे।
प्रदेश स्तर पर ब्लॉक अध्यक्ष का चुनाव होना बाकी है। यह चुनाव अगस्त महीने में ही होना था, लेकिन अभी तक इसलिए टाला जा रह है कि पहले राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनने की प्रक्रिया पूरी हो जाए।
अजय माकन जिस प्रकार पिछले कुछ दिनों से दिल्ली सरकार को अलग-अलग मुद्दों पर घेरने की कोशिश कर रहे हैं। यह माना जा रहा है कि कांग्रेस दिल्ली में अपनी जमीन मजबूत करने में लगी हुई है। हालांकि पार्टी के कुछ नेता गुटबाजी को बढ़ावा दे रहे हैं।
ऐसे नेताओं के खिलाफ पार्टी आने वाले दिनों में सख्ती से पेश आएगी। संगठन में जिम्मेदारी तय करते समय भी इस बात का ध्यान रखा जाएगा कि पार्टी के लिए समर्पित नेताओं को ही पद मिले।
दिल्ली में कांग्रेस के कुछ नेता प्रदेश नेतृत्व से अलग अपनी सियासत चला रहे हैं और प्रदेश नेतृत्व को घेरने का कोई भी मौका नहीं छोड़ते हैं। नगर निगम चुनाव में भी कई नेताओं ने पार्टी लाइन से अलग काम किया था।
ऐसे कई नेताओं के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई भी हुई थी। अजय माकन साफ कर चुके हैं कि इस तरह की स्तरहीन सियासत छोड़कर सभी को पार्टी को मजबूत करने के लिए काम करना चाहिए।