जिले में अग्नि शमन सेवा सप्ताह’ शुरू

देहरादून। अग्नि शमन विभाग के शहीदों को श्रद्वांजलि के साथ अग्नि शमन सेवा सप्ताह शुरू हो गया है। गांधी रोड़ स्थित जिले के मुख्य अग्नि शमन केन्द्र पर एस.एस.पी. निवेदिता कुकरेती एवं मुख्य अग्नि शमन अधिकारी एस के राणा की मौजूदगी में सप्ताह की शुरूआत हो गई है। १९४४ को मुम्बई के बन्दरगाह पर खडें इग्लैण्ड के फोर्ट स्ट्रिकेन नामक ९ हजार टन वाले जहाज में भीषण अग्नि दुर्घटना घटित हुई थी। इस अग्निकाण्ड के दौरान हुऐ विस्फोट में अग्नि शमन कार्य करते हुऐ ६६ फायर सर्विस कर्मी शहीद हो गये थे । उन शहीद हुए फायरमैनों तथा उसके उपरान्त अपने कर्तव्यों का पालन करते हुऐ दिवगंत फायर सर्विस अधिकारियों/कर्मचारियों की स्मृति में प्रतिवर्ष १४ अप्रैल को समस्त राष्ट्र की अग्नि शमन सेवायें ’च्च् अग्नि शमन सेवा दिवस च्च्’ मनाती हैं, साथ ही उनकी सेवा भावना के अनुरूप कार्य करने का संकल्प लिया जाता है। मुख्य फायर स्टेशन गांधी रोड देहरादून पर आज अग्निशमन सेवा दिवस को मनाया गया, जिसमें श्रीमती निवेदिता कुकरेती कुमार, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून, श्री सुरेन्द्र कुमार शर्मा, उपनिदेशक (तकनीकी), श्रीमती श्वेता चौबे पुलिस अधीक्षक नगर, श्री प्रमेन्द्र डोभाल पुलिस अधीक्षक ग्रामीण, श्रीमती जया बलूनी क्षेत्राधिकारी डालनवाला/लाइन, श्री लोकजीत सिंह क्षेत्राधिकारी सदर, मुख्य अग्निशमन अधिकारी देहरादून श्री एस० के० राणा व अन्य अधिकारि गण उपस्थित हुए। इस अवसर पर व्यवसायिक प्रतिष्ठान, विभिन्न होटल, औद्योगिक संस्थानों, मॉल, सिनेमा हॉल आदि से आये प्रतिनिधि भी मौजूद रहे। कार्यक्रम के प्रारम्भ में शहीद अग्निशमन कर्मियों को श्रृद्धांजलि अर्पित की गई तथा फायर स्टेशन देहरादून पर आधुनिक अग्निशमन एवं बचाव उपकरणों की प्रर्दशनी भी लगाई गई थी। अग्निशमन कर्मियों द्वारा डेमो के माध्यम से भवन से घायल व्यक्ति को उतारने का प्रदर्शन भी किया गया, जिसको उपस्थित जनता द्वारा सराहा गया। कार्यक्रम के मुख्य अग्निशमन अधिकारी देहरादून श्री एस० के० राणा द्वारा अवगत कराया गया कि जनपद देहरादून में कुल पांच फायर स्टेशन तथा एक उप केन्द्र स्थापित है, जो निम्न प्रकार है, मुख्य फायर स्टेशन, गांधी रोड देहरादून, उप केन्द्र वाटर वर्क्स दिलाराम बाजार, फायर स्टेशन ऋशिकेश, फायर स्टेशन मसूरी, फायर स्टेशन विकास नगर तथा फायर स्टेशन सेलाकुई (औद्योगिक क्षेत्र)। इन सभी फायर स्टेशनों पर वर्ष २०१८ में जनपद देहरादून के अन्तर्गत कुल ७०६ अग्नि दुर्घटनाओं की सूचनायें प्राप्त हुई, जिन पर कार्य करते हुए रू० २,४५,७२,८००/- की क्षति हुई तथा फायर सर्विस यूनिटों के उत्कृष्ट प्रयासों के फलस्वरूप रू० ४३,८१,२३,२००/- की सम्पत्ति को जलने से बचा लिया गया। इन अग्निकाण्डों पर ०१ मनुष्य की जलने से मृत्यु हुई तथा ०५ मनुष्यों को बचाया गया। अग्निकाण्ड में १२१ पशुओ की जलने से मृत्यु हुई है। इसी प्रकार कुल ६२ जीव रक्षा पुकारें प्राप्त हुई, जिनमें २६ मनुष्यों की मृत्यु हुई है। फायर सर्विस यूनिटों के प्रयासों से ११५ मनुष्यों तथा १० पशुओं को मृत्यु से बचाया गया। जनपद से कुल ७३ फायर सर्विस कर्मचारियों को एडवांस सर्च एण्ड रेस्क्यू प्रशिक्षण प्रदान कराया गया है। मुख्य अग्निशमन अधिकारी श्री एस०के० राणा द्वारा अवगत कराया गया कि सप्ताह भर विभिन्न संस्थानों में इसी प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगें। उनके द्वारा यह भी बताया गया कि जनपद के फायर स्टेशनों पर अति आधुनिक एंव उच्च तकनीकी वाले संयन्त्र एंव उपकरणों को रखा गया है, जिससे अग्निकाण्डों एवं अन्य प्रकार की आपदा के समय त्वरित बचाव कार्य करने की क्षमता में वृद्धि हुयी है। वर्तमान समय जनपद के फायर स्टेशनों में हाई प्रेशर वाटर टेण्डर, हाइड्रोलिक प्लेटफार्म, हाई प्रेशर फोम टेण्डर, पोर्टेबुल पम्प, डी०सी०पी० टेण्डर, मिनी वाटर टेण्डर तथा जीव रक्षा वाहनों सहित आपदा प्रबन्धन के उपकरण यथा काम्बी टूल्स, हाइड्रोलिक स्प्रेडर, हाड्रोलिक कटर, डायमण्ड चेन, एयर कम्प्रेशर मषीन जैसे अन्य उपयोगी उपकरण उपलब्ध है।
कार्यक्रम के दौरान अपने सम्बोधन में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदया द्वारा बताया गया कि अभूतपूर्व साहसिक कार्य करने वाले एवं अपने कर्तव्य की बलिवेदी पर सहर्ष बलिदान करने वाले अग्निशमन कर्मियों के प्रति अपनी भावना व्यक्त करने एवं उनकी सेवा भावना के अनुरूप कार्य करने का संकल्प लेने हेतु आज हम अग्निशमन सेवा दिवस मनाने हेतु फायर स्टेशन के प्रांगण में एकत्र हुए हैं। पिछले १९ सालों में उत्तराखण्ड अग्निशमन सेवा उत्तराखण्ड अग्निशमन एवं आपात सेवा बनकर नये आयाम लिख रही है। २२ फायर स्टेशनों से अपनी यात्रा को प्रारम्भ करने वाली इस सेवा इस सेवा में ३३ फायर स्टेशन ३ यूनिट स्थापित हो चुकी हैं एवं ११ नई यूनिटें खुलने के कगार पर है। कुल मिलाकर लगभग ९७० अग्निशमन कर्मी रात दिन राज्य की सम्पत्ति एवं जान-माल की रक्षा कर रहे हैं। यह एक गर्व का क्षण होता है जबकि विश्व के अन्य देश एवं अन्य राज्य आपके कार्य की सराहना करते हैं। उत्तराखण्ड अग्निशमन एवं आपात सेवा में हाल में ही कुछ महत्वपूर्ण सुधारों को अपनाया है, जो कि आगे आने वाले समय के लिए मील का पत्थर होगी। ’आनलाईन सिस्टम -’ वर्तमान में सभी फायर स्टेशन कम्प्यूटरीकृत एवं आनलाईन हो गये हैं। अग्निशमन की सेवाऐं आनलाईन आवेदन पर प्राप्त की जा सकती है। जून २०१६ से प्रारम्भ की गई विभागीय बेबसाईट से सभी व्यक्ति या आवेदक सम्बन्धी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त सिंगल विण्डो क्लीयरेंस सिस्टम के तहत अग्निशमन विभाग प्रमुख सेवा प्रदाताओं में से एक है तथा विभागीय वेबसाईट को अन्य विभागों जैसे एम०डी०डी०ए०, सिडा, सिडकुल आदि से इंटीग्रेट होने की राह पर है। ’विश्व बैंक से मिलने वाली सहायता’ – उत्तराखण्ड डिजास्टर रिकवरी प्रोजेक्ट के तहत विश्व बैंक उत्तराखण्ड अग्निशमन एवं आपात सेवा को सहायता प्रदान कर रहा है। वर्तमान में विश्व बैंक द्वारा जनपद देहरादून में दो नये फायर यूनिटों त्यूनी एवं लालतप्पड को स्थापित करने की सहमति व्यक्त की है। इसके अतिरिक्त ३२ मीटर उॅचाई के हाइड्रोलिक प्लेटफार्म को भी विश्व बैंक द्वारा क्रय कर जनपद देहरादून को प्रदान किया गया है। वर्तमान में पर्सनल प्रोटेक्टिव उपकरणों के अतिरिक्त एडवांस फायर फाइटिंग तथा रेस्कयू उपकरणों को भी विश्व बैंक के माध्यम से क्रय किया जा रहा है। यदि यह सहायता प्राप्त हो जाती है तो अग्निशमन विभाग नई उॅचाई को छू सकता है।
जनजागरूकता कार्यक्रमों पर विशेष जोर -’ उत्तराखण्ड बनने के बाद तेजी से शहरीकरण भी हुआ है, जिससे अग्निकाण्डों की संख्या में लगभग ६०० प्रतिशत की वृद्धि हुई है। विगत वर्षों में एक्टिव फायर फाइटिंग के साथ साथ पैसिव फायर फाइटिंग भी महत्वपूर्ण बन गई है। बचाव ही सर्वात्तम सुरक्षा है। अतः जन जागरूकता कार्यक्रमों पर विशेष जोर दिया गया है। विगत वर्ष केवल जनपद देहरादून में ही ६६ से अधिक स्थानों पर अग्निशमन एवं आपात सेवा सम्बन्धी जागरूकता कार्यक्रम किये गये है। १४ से २० अप्रैल तक अग्निशमन एवं आपात सेवा अग्निशमन सेवा सप्ताह के दौरान विशेष जागरूगता कार्यक्रम किये जाते है। इसके अतिरिक्त वर्ष २०१८ में आकाशवाणी रेडियों के माध्यम से पहली बार जन जागरूकता कार्यक्रम चलाया गया। प्रिंट मीडिया एवं इलेक्ट्रिनिक मीडिया द्वारा भी विशेष सहयोग प्रदान किया गया।
’अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर उत्तराखण्ड अग्निशमन सेवा’ – वर्ष २०१८ वह दौर आया जब अग्निशमन एवं आपात सेवा उत्तराखण्ड को विश्व स्तर पर अपनी क्षमता दिखाने का मौका मिला एवं उत्तराखण्ड का नाम रोशन करते हुए अग्निशमन सेवा की टीम में मुम्बई में आयोजित फायर काम्बेट ३६० में १७ देशों के साथ प्रतिभाग किया गया। २०१८ में ०५ फायरमैन उत्तराखण्ड पुलिस का हिस्सा बनकर दुनिया की सबसे उॅची चोटी माउंट एवरेस्ट फतह कर आये हैं।
कार्यक्रम के दौरान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदया द्वारा वर्ष २०१८-२०१९ के दौरान उत्कृष्ठ कार्य करने वाले निम्न फायर कर्मियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। थ्ैव् सुखपाल सिंह (फायर स्टेशन विकासनगर) , लीडिंग फायर मैन कलमीराम, फायर मैन चालक राजकुमार (फायर स्टेशन मसूरी), फायरमैन बाबूलाल खत्री, फायर मैन ड्राइवर अमित कुमार (फायर स्टेशन विकसनगर), लीडिंग फायरमैन मोहन सिंह, फायर मैन ड्राइवर लोकेश कुमार (फायर स्टेशन सेलाकुई), लीडिंग फायरमैन राकेश ग्वाडी, लीडिंग फायर मैन प्रभाकर डबराल, फायर मैन ड्राइवर राकेश कुमार, फायर मैन मनमोहन सिंह, फायर मैन अरविन्द रावत (फायर स्टेशन देहरादून), फायर मैन विकास, फायर मैन ड्राइवर संदीप कुमार (फायर स्टेशन ऋषिकेश) आदि मौजूद रहे।

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