5 हजार सीसीटीवी कैमरों से होगी देहरादून की निगरानी
ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों के लिए खास व्यवस्था
देहरादून । उत्तराखंड की राजधानी देहरादून की निगरीानी के लिए स्थानीय प्रशासन ने नई व्यवस्था की है. इसके तहत बाजार पर नजर रखनी हो या आपके किसी मोहल्ले में पानी की समस्या हो, कहीं ट्रैफिक जाम हो, कूड़े के ढेर से आप परेशान हों या ट्रैफिक नियम तोड़ने पर होने वाला चालान हो, इन सबके लिए मुकम्मल व्यवस्था की गई है. दरअसल, एक कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से जुड़े 5000 कैमरे इन सभी समस्याओं को हल करने में मदद करेंगे. साथ ही पूरे शहर पर नजर भी रखेंगे।इसके अलावा कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में शहर में आने-जाने वाली हर गाड़ी की एंट्री होगी. नियम तोड़ने पर चालान का ऑटोमैटिक मैसेज मोबाइल पर पहुंच जाएगा. इसके अलावा टोल फ्री नंबर में आप शिकायत भी दर्ज करा सकते हैं. शिकायत वाले विभाग को तय समय में समाधान करना होगा. यहां से कंट्रोल होने वाले शहर भर के 5 हजार कैमरों की नजर आपको 24 घंटे सुरक्षित होने का एहसास कराएगी।स्मार्ट सिटी के कार्यों का उद्धाटन करने पहुंचे त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि देहरादून की स्मार्ट सिटी में बेहतर कार्य हो रहे हैं, ये अन्य शहरों के लिए भी प्रेरणा का कार्य करेगी. राज्य में पिछले 20 सालों में ट्रैफिक में बहुत तेजी से वृद्धि हुई है. समय के अनुसार आधुनिक तकनीक का प्रयोग बहुत जरूरी है. तकनीक के माध्यम से व्यवस्थाओं को ठीक करने एवं जनता से जुड़ी समस्याओं के निवारण में स्मार्ट सिटी का मॉडल बहुत कारगर साबित होगा. स्मार्ट सिटी के सेंटर से तमाम समस्याओं को नियंत्रित करने में सुविधा होगी।रावत ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने देश में स्मार्ट सिटी की एक नई परिकल्पना की शुरूआत की. इसी का नतीजा है कि देश के 100 शहरों में स्मार्ट सिटी के तहत कार्य हो रहे ह. इन शहरों में बेहतर कार्य हो रहे हैं. अन्य शहरों को भी स्मार्ट सिटी बनाने की मांग बढ़ रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की स्पष्ट सोच एवं दृढ़ निश्चय के परिणामस्वरूप आज देश हर क्षेत्र में विकास कर रहा है. स्मार्ट सिटी के बहुआयामी परिणाम हैं।