45 वर्ष से अधिक आयु के हेड कांस्टेबल जल्द बनेंगे सब इंसपेक्टर
देहरादून, । पुलिस में वर्षों तक सेवा देने वाले 45 वर्ष से अधिक आयु के हेड कांस्टेबलों को जल्द ही सब इंस्पेक्टर बनने का मौका मिलने वाला है। पुलिस मुख्यालय ने शासन को सिविल पुलिस के साथ ही सशस्त्र पुलिस (पीएसी) के हेड कांस्टेबलों को भी सब इंस्पेक्टर विशेष श्रेणी बनाने का अनुरोध करते हुए फिर से प्रस्ताव शासन को भेजा है। प्रस्ताव में सब इंस्पेक्टर विशेष श्रेणी को जांच का अधिकार देने का भी अनुरोध किया गया है।उत्तराखंड पुलिस में हाल ही में विभागीय रैंकर्स परीक्षा के दौरान आयु सीमा को मानक बनाने के बाद वरिष्ठ पुलिस कर्मियों में खासी निराशा थी। उन्होंने इस मसले पर खासा संघर्ष भी किया। इस पर शासन व पुलिस मुख्यालय के बीच हुई बैठक में 45 वर्ष से अधिक आयु के हेड कांस्टेबलों को सब इंस्पेक्टर विशेष श्रेणी का दर्जा देने पर सहमति बनी। इस दौरान पुलिस मुख्यालय की ओर से भेजे गए प्रस्ताव पर शासन ने सिविल पुलिस के हेड कांस्टेबलों को सब इंस्पेक्टर विशेष श्रेणी का दर्जा देने पर अपना रजामंदी दे दी। इसमें पीएसी के हेड कांस्टेबल शामिल नहीं थे। ऐसे में पुलिस मुख्यालय की ओर से फिर से एक संशोधित प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। इसमें पीएसी के हेड कांस्टेबलों को भी सब इंस्पेक्टर विशेष श्रेणी का दर्जा देने का अनुरोध किया गया है। इसके अलावा छठे वेतनमान के बाद सब इंस्पेक्टर विशेष श्रेणी से हटाए गए जांच के अधिकार को फिर से बहाल करने का अनुरोध किया गया है। पुलिस में अभी तकरीबन 1200 हेड कांस्टेबल हैं। इन्हें से 50 प्रतिशत को सब इंस्पेक्टर विशेष श्रेणी का दर्जा दिए जाने के संबंध में शासन को प्रस्ताव भेजा गया है।