अगले डेढ़ साल में उत्तराखंड में बनेंगे 22 नए नगर निकाय
देहरादून : ग्रामीण क्षेत्रों में मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से प्रदेश सरकार नए नगर निकायों के गठन की तैयारी में है। हाल ही में राज्य में दो नए नगर निगम, कोटद्वार और ऋषिकेश, बनाने के बाद अगले लगभग डेढ़ साल में सरकार 22 नए नगर निकाय वजूद में ले आएगी।
बकौल शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक, आगामी पंचायत चुनाव से पहले इन नए निकायों का सृजन कर लिया जाएगा। अधिकारियों को इस संबंध में विस्तृत कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दे दिए गए हैं।
पिछले सत्रह सालों में उत्तराखंड में नगर निकायों की संख्या में खासा इजाफा हुआ है। राज्य गठन के दिन, नौ नवंबर 2000 को उत्तराखंड में केवल एक ही नगर निगम, देहरादून था, वहीं अब नगर निगमों की संख्या आठ तक पहुंच चुकी है। इनमें हरिद्वार, रुड़की, हल्द्वानी, काशीपुर, रुद्रपुर, कोटद्वार व ऋषिकेश शामिल हैं।
नगर निगमों के साथ ही राज्य में नगर पालिका परिषदों और नगर पंचायतों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है। दो वर्ष पहले तक राज्य में कुल छह नगर निगम, 31 नगर पालिका परिषद व 41 नगर पंचायत थीं। वर्तमान में यह आंकड़ा 92 तक जा पहुंचा है। अब इनमें आठ नगर निगमों के अलावा कुल 84 नगर पालिका परिषद व नगर पंचायतें शामिल हैं।
राज्य सरकार अगले पांच सालों में राज्य में नगर निकायों की मौजूदा 92 की संख्या को 150 तक पहुंचाने की कार्ययोजना पर काम कर रही है। इस कड़ी में सरकार अगले डेढ़ साल में 22 नए नगर निकायों के गठन को तैयार है। आगामी पंचायत चुनाव से पहले ये नए नगर निकाय अस्तित्व में आ जाएंगे।
गौरतलब है कि राज्य में जुलाई 2019 में पंचायतों का कार्यकाल खत्म हो रहा है। शहरी विकास मंत्री एवं शासकीय प्रवक्ता मदन कौशिक के मुताबिक प्रदेश में पंचायत चुनाव से पहले 22 नगर निकाय अस्तित्व में आएंगे। इस सिलसिले में नगर पालिका परिषद और नगर पंचायत के प्रस्ताव शासन के पास आए हैं। इन प्रस्तावों का परीक्षण कराया जा रहा है और पंचायत चुनाव से पहले इस बारे में घोषणा कर दी जाएगी। फिलहाल सरकार का फोकस हाल में हुए निकायों के सीमा विस्तार पर है। यह चुनौतीपूर्ण कार्य है और सरकार पूरी मुस्तैदी से इसके लिए जुटी हुई है।