प्रद्युम्न मर्डर: मनोदशा जांच के लिए PGI रोहतक ले जाया जा सकता है 11वीं का छात्र
फरीदाबाद । गुरुग्राम के रेयान इंटरनेशनल स्कूल में हुए प्रद्युम्न हत्याकांड मामले में आरोपी नाबालिग छात्र की मनोदशा जांचने के लिए उसे पीजीआइ रोहतक लेकर जाया जा सकता है। यह जांच रिपोर्ट ही तय करेगी कि उसका केस जुवेनाइनल जस्टिस (जेजे) बोर्ड में चलेगा या सेशन ट्रायल में।
बृहस्पतिवार को पीजीआइ रोहतक के मनोविश्लेषक डॉ.विजय फरीदाबाद स्थित बाल सुधार गृह में आरोपी छात्र से मिले। करीब दो घंटे छात्र से बातचीत करने के बाद भी वे किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पाए। उन्होंने कहा कि पीजीआइ रोहतक में ही बच्चे की मनोदशा का सही विश्लेषण किया जा सकता है।
छात्र का केस जेजे बोर्ड में चले या सेशन कोर्ट में इसके लिए जेजे बोर्ड के निर्देश पर एक प्राथमिक रिपोर्ट बन नही है। इस मामले में सीबीआइ की तरफ से सहयोगी सदस्य के रूप में रोहतक पीजीआइ मनोविश्लेषक डॉ. विजय को शामिल किए जाने की अर्जी लगाई गई थी।
इस अर्जी के बाद जेजे बोर्ड के दिशा निर्देश पर पीजीआइ रोहतक से डॉ. विजय के नेतृत्व में एक टीम मंगलवार को फरीदाबाद स्थित बाल सुधार गृह पहुंची।
डॉ.विजय ने करीब दो घंटे आरोपी छात्र से बातचीत की लेकिन वे बेनतीजा ही वापस लौट गए। संभावना है कि जल्द ही जेजे बोर्ड की सदस्य की देखरेख में आरोपी किशोर को जल्द ही पीजीआई रोहतक ले जाया जा सकता है।