देश में पहली बार 11 हजार बच्चों ने मुख्यमंत्री के साथ गाया वंदेमातरम
पिथौरागढ़ : संख्याबल के लिहाज से देश में पहली बार 11070 बच्चों ने मुख्यमंत्री के साथ राष्ट्रगीत वंदेमातरम का सामूहिक गायन किया। वह भी समुद्रतल से पांच हजार फीट की ऊंचाई पर। इससे पूर्व केवल चेन्नई (तमिलनाडु) में नौ हजार बच्चों ने वंदेमातरम का सामूहिक गायन किया था। हालांकि, समुद्रतल से करीब 12 हजार फीट की ऊंचाई पर उत्तरकाशी जिले के गोमुख में भी वंदेमातरम का सामूहिक गायन हो चुका है, मगर वहां संख्या इतनी नहीं थी।
सीमांत सेवा फाउंडेशन की ओर से सोमवार को पिथौरागढ़ के स्पोट्र्स स्टेडियम में वंदेमातरम कार्यक्रम आयोजित हुआ। इसमें बतौर मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत भी उपस्थित थे। उन्होंने कहा कि देश में पहली बार चीन और नेपाल से लगे सीमांत जिले में वह 11 हजार से अधिक बच्चों के साथ वंदेमातरम गा रहे हैं। यह स्वयं में ऐतिहासिक क्षण है। इस ऊंचाई पर सीमांत में हो रहे इस कार्यक्रम का संदेश पूरे विश्व तक जाएगा। यह कार्यक्रम वर्तमान को भविष्य से जोड़ने का है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वंदेमातरम गाने के लिए बच्चों में जो जोश दिख रहा है, उसी से देश की सीमाएं सुरक्षित हैं। आज का दिन इसलिए भी खास है, क्योंकि आज ही शिवाजी महाराज का जन्म हुआ था। 388 वर्ष पूर्व शिवाजी महाराज ने देश के लिए जो किया, उसे कोई नहीं भुला सकता। कहा कि उत्तराखंड की अंतरराष्ट्रीय सीमा 600 किमी लंबी है। इस सीमा पर हमारे जवान शून्य से नीचे के तापमान में रहकर देश की सेवा कर रहे हैं। हमारी भावी पीढ़ी को भी इसी तरह अपना मनोबल बनाना होगा।
उन्होंने बच्चों के साथ ही उपस्थित जनसमुदाय को देश की रक्षा, भ्रष्टाचार को खत्म करने, नशा उन्मूलन और पलायन रोकने की शपथ दिलाई। कार्यक्रम में वित्तमंत्री प्रकाश पंत, आरएसएस के पवन व सीमांत सेवा फाउंडेशन के अध्यक्ष कैलाश थपलियाल ने भी संबोधित किया। संचालन रेखा जोशी ने किया।