हरिद्वार के मत्स्य पालक किसान भूदेव सिंह से प्रधानमंत्री ने किया संवाद

हरिद्वार, । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से विकसित भारत संकल्प यात्रा के दौरान जनपद हरिद्वार के विधान सभा झबरेड़ा के अन्तर्गत विकास खण्ड नारसन की ग्राम पंचायत लाठरदेवाहूण में भारत व राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित लाभार्थियों से संवाद स्थापित किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लाभार्थियों से संवाद स्थापित करने के क्रम में भारत के त्रिपुरा, मध्य प्रदेश, उत्तराखण्ड, तमिलनाडु तथा राजस्थान राज्यों के लाभार्थियों से वर्चुअल माध्यम से सीधे संवाद स्थापित किया। उत्तराखण्ड राज्य के हरिद्वार से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से सीधे संवाद स्थापित करने का परम सौभाग्य नारसन ब्लाक के गांव गदरजुड्डा के मत्स्य किसान 49 वर्षीय भूदेव सिंह को प्राप्त हुआ। प्रधानमंत्री ने सीधे संवाद के दौरान भूदेव सिंह से पूछा कि आप किस प्रकार की खेती करते हैं। इस पर भूदेव सिंह ने बताया कि मैं मत्स्य पालन के साथ ही गेहूं तथा गन्ना की खेती भी करता हूं। प्रधानमंत्री ने पूछा कि आप भारत सरकार की किस योजना से लाभ प्राप्त कर रहे हैं। इस पर भूदेव सिंह ने बताया कि मैं पी0एम0 मत्स्य सम्पदा योजना का लाभार्थी हूं। इस पर फिर प्रधानमंत्री ने पूछा कि आप मछली पालन करते हैं, इसके बारे में कुछ जानकारी दीजिये-कैसे योजना के बारे में जानकारी मिली तथा इसमें क्या कर रहे हैं। इस पर भूदेव सिंह ने बताया कि जैसे ही मैंने इस योजना के बारे में सुना तो मैं तुरन्त हरिद्वार के मत्स्य विभाग पहुंचा। उन्होंने बताया कि मैंने इस योजना के बारे में पूरी जानकारी अधिकारियों से ली, तब मैंने मत्स्य विभाग में पी0एम0 मत्स्य सम्पदा योजना का अपना आवेदन प्रस्तुत किया तथा आवेदन करने पर मुझे इस योजना का लाभ मिला। उन्होंने बताया कि आज मैं डेढ़ साल से इस कार्य में सन्नद्ध हूं। इस पर प्रधानमंत्री ने पूछा कि आपको कितनी धनराशि मिली इस पर श्री भूदेव सिंह ने बताया कि एक लाख 76 हजार। प्रधानमंत्री ने श्री भूदेव सिंह से पूछा कि इससे आपकी आमद कितनी बढ़ी है। इस पर भूदेव ने बताया कि पहले से दोगुना लाभ मुझे प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा कि छह बीघा में मेरा मत्स्य पालन का तालाब है तथा जब से मैं मछली पालन के व्यवसाय में लगा हूं, मुझे काफी लाभ मिला है। उन्होंने पहले तथा वर्तमान की तुलना करते हुये बताया कि पहले छह बीघा में, मैं गन्ना व गेहूं की खेती करता था तो मुझे केवल 60 हजार रूपये प्राप्त होते थे। उन्होंने कहा कि मत्स्य व्यवसाय से जुड़ने पर मेरी आमदनी में काफी वृद्धि हुई है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भूदेव द्वारा योजना का लाभ लेने की प्रशंसा करते हुये कहा कि आप इतनी मेननत करके खेती कर रहे हैं और साथ ही परिवर्तन लाकर आधुनिकता की ओर बढ़ते हुये, मार्केट की समझ के साथ और सरकारी योजनाओं का अध्ययन करके, उन योजनाओं का कैसे लाभ मिले, इसे ध्यान में रखते हुये, गन्ना व गेहूं के साथ ही मछली पालन की ओर अग्रसर हुये हैं।
प्रधानमंत्री ने लाभार्थियों से संवाद स्थापित करते हुये कहा कि आप खेती के साथ-साथ पशुपालन, मछली पालन, मौन पालन आदि व्यवसाय कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि इन व्यवसायों व अन्य से उतनी ही जमीन में हमारी आय काफी बढ़ सकती है, जिससे किसानों का लाभान्वित होना स्वाभाविक है।  उन्होंने कहा कि किसान भाई शहद का ज्यादा से ज्यादा कारोबार बढ़ायें। उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त कई ऐसे व्यवसाय हो सकते हैं, जिनसे हम अपनी आमदनी को बढ़ा सकते हैं।

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