स्वामी चिदानंद सरस्वती को न्यूयार्क में किया गया सम्मानित
ऋषिकेश : अमेरिकन यहूदी कमेटी की ओर से परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती महाराज व जीवा की अंतरराष्ट्रीय महासचिव साध्वी भगवती सरस्वती को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर की जाने वाली उत्कृष्ट सेवाओं के लिए सम्मानित किया गया।
न्यूयार्क स्थित अंतरराष्ट्रीय मुख्यालय में अंतर्धार्मिक एवं अंतर्समूह संबंध पर आयोजित कार्यक्रम में अमेरिकन यहूदी कमेटी (एजेसी) के निदेशक रबाई नोम ई मारन्स ने स्वामी चिदानंद सरस्वती व साध्वी भगवती के हिंदू एवं यहूदी समुदाय के बीच सद्भावना एवं भाईचारे की भावना विकसित करने के प्रयास की प्रशंसा की। एजीसी के सदस्यों ने अपनी भारत यात्रा के दौरान स्वामी चिदानंद सरस्वती की अगुआई में इंटरफेथ कार्यक्रमों और वाराणसी में संपन्न देव दीवाली पर्व की यादों को ताजा किया।
स्वामी चिदानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि अंतर्धार्मिक सद्भावना भारतीय आध्यात्मिक परंपरा की बुनियाद है। परंपरा हमें सिखाती है कि हम न केवल अपनों को, बल्कि सभी को सम्मान दें और सभी परंपराओं का आदर करें। कहा कि लघु समुदाय होने के बावजूद यहूदी समुदाय का इतिहास बाधाओं पर विजय प्राप्त करने का महान इतिहास है। यह सभी के लिए प्रेरणा है। कहा कि आज साथ-साथ कार्य करने, सेवा करने, वाटर सेनिटेशन एवं हाईजीन के लिए मिलकर प्रयास करने की जरूरत है।
साध्वी भगवती सरस्वती ने कहा कि उन्हें अपनी यहूदी जड़ों एवं हिंदू सांस्कृतिक विरासत की गहराइयों से जुड़े पर गर्व है। इन दो समृद्ध परंपराओं के मध्य सेतु के रूप में कार्य करने के लिए उन्हें सम्मानित किया जाता है। कहा कि ऐसा बहुत कुछ है, जो हम इन दोनों संस्कृतियों से सीख सकते हैं और सांस्कृतिक मूल्यों का आदान-प्रदान कर सकते हैं।