सपा-कांग्रेस दो परिवारों का कुनबा है- नरेंद्र मोदी
बिजनौर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिजनौर में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि मैं आप लोगों से माफी मांगना चाहता हूं कि मेरे व्यवस्थापकों ने सोचा था लोग मैदान में आ जाएंगे और लोगों को कोई दिक्कत नहीं होगी, लेकिन मैदान छोटा पड़ गया और लोग बाहर भी खड़े हैं, ऐसे में आप लोगों को जो असुविधा हुई है उसके लिए मैं क्षमा मांगता हूं। सपा पर हमला बोलते हुए पीएम ने कहा कि अखिलेश यादव एक साल से यूपी के चुनाव की तैयारी कर रहे थे और उन लोगों की सूचि बनाई जो उन्हें चुनौती दे सकते हैं, पिछले एक साल में कोई विधानसभा क्षेत्र नहीं है जहां उन्होंने भाजपा के लोगों को गलत आरोप में जेल में नहीं ठूंसा हो।
अखिलेश जी कान खोलकर सुन लो 11 मार्च को चुनाव नतीजे आएंगे और आपका कच्चा चिट्ठा खुल जाएगा। जिन निर्दोष लोगों को जेल भेजा गया उसका काला चिट्ठा खोल दिया जाएगा और जांच बैठाई जाएगी। पीएम ने कहा कि आप जो पाप कर रहे हो उससे आप बच नहीं पाओगे। क्या सरकार का दुरउपयोग इसलिए किया जाता है, विरोधियों को जबरन जेल में भेजा जाता है।
पीएम मोदी के भाषण के मुख्य अंश
हर जिले में चौधरी चरण सिंह किसान कल्याण कोष की स्थापना की जाएगी।
जब चौधरी चरण सिंह प्रधानमंत्री बने तो एक बार देश में खाद के दाम कम हुए थे, उसके बाद पहली ऐसी सरकार है जिसने खाद के दाम कम किए।
हम गन्ना किसानों को पूछेंगे अगर उन्हें बीमा चाहिए होगा तो दिया जाएगा, उनपर जबरन थोपा नहीं जाएगा।
दोनों कुनबे जब अलग-अलग थे तो इतना नुकसान किया, जब इकट्ठे हो जाएंगे तो कुछ बचेगा क्या।
लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने उस मामले को सीबीआई को दिया और आज वह जेल में सड़ रहा है।
यादव सिंह का मामला हमारे पास आया, ये लोग सीबीआई को देने को तैयार नहीं थे, ये सुप्रीम कोर्ट गए यादव सिंह को बचाने के लिए, करोड़ो रुपए खर्च किया।
अखिलेश सरकार कह रही थी कि मायावती के खिलाफ जितने भी गैरकानूनी काम करने वाले हैं उन्हें ठिकाने लगाएंगे, लेकिन मायावती के साथ जितने लोग भी बदनाम थे, अखिलेश ने उसे उसी ताकत से उन्हें उसी पद पर बैठा दिया।
नोएडा में एक व्यक्ति इंजीनियर नहीं था लेकिन इंजीनियर की नौकरी पाता था, वह मायावती का खासमखास था।
यूपी में एक ऐसा गांव है जहां एमपी ही एमपी, एमएलए ही एमएलए। सैफई में इतने एमपी, एमएलए क्या आपमें क्षमता नहीं है क्या।
सपा के एक नेता जो सबसे ज्यादा मलाई खा रहे हैं उन्हें सुप्रीम कोर्ट में जाकर कान पकड़कर माफी मांगनी पड़ी।
अलीगढ़ हाईवे पर मां-बेटी को कार से निकाल दिया और उनपर जुल्म चलता रहा, लेकिन सपा सरकार को इसकी चिंता नहीं है।
कुनबे के मुखिए ने कहा कि बलात्कार तो होते रहते हैं, लड़के लड़कपन में गलती कर देते हैं, उन्हें माफ कर देना चाहिए, क्या ऐसे लोग बेटियों की सुरक्षा कर पाएंगे।
सपा कुनबे के एक नेता ने कहा कि बच्चे टीवी पर ऐसा देखते है इसलिए कभी-कभी ऐसा हो जाता है।
यह गठबंधन दो कुनबे का है , एक दिल्ली वाला कुनबा और दूसरा सैफई का कुनबा
समाजवादी पार्टी एक पार्टी नहीं परिवार का कुनबा है
जब महिलाओं की सुरक्षा की बात होती है तो मुख्यमंत्री मीडिया को गाली देते हैं।
बदायूं में जब दो कन्याओं पर सामूहिक बलात्कार हुआ तो कानूनी कार्रवाई करने की बजाए सपा के नेताओं ने ो बयान दिया उसे बयां नहीं किया जा सकता है।
तपते सूरज में भी अकेले बहन-बेटियां नहीं निकल पाती हैं।
जिस नेता से कांग्रेस भी दूर रहते थे, उसे अखिलेशजी आपने गले लगा लिया, इसके बाद से मुझे आप पर शक होने लगा।
वो ऐसे हरकते करते हैं जिनसे कांग्रेस के नेता भी 10 फीट दूर रहते थे
कांग्रेस के एक ऐसे नेता जिनकी बचकाना हरकतें, अगर आप कंप्यूटर पर जाए और गूगल पर देखें, शायद किसी नेता पर इतने चुटकुले नहीं होंगे जितने किसी और पर हों।
ऐसा लगता था कि अखिलेश पढ़ा-लिखा नौजवान है, हो सकता है सीखने का प्रयास कर रहा है, मुझे आशा थी शायद राजनीति में कोई नौजवान 5-10 साल में तैयार हो जाएगा।
पहले 27 साल यूपी बेहाल चल रहा था, लेकिन जब देखा हर तरफ कमल खिल रहा है तो निकल पड़े गले लगने, बोल बचाओ, बचाओ।
पूरे उत्तर प्रदेश में परिवर्तन की एक लहर चल रही है, आंधी चल रही है।
संत रविदास जी की जयंती है और वह खुश होंगे यह देखकर कि केंद्र की सरकार सबका साथ सबका विकास का मंत्र लेकर चल रही है।
सबका साथ सबका विकास के मंत्र को लेकर दिल्ली की सरकार चल रही है।
Source: hindi.oneindia.com