लोकसभा तक थी वन्य जीव तस्कर कल्कि कृष्णन की पहुंच, पत्नी से होगी पूछताछ

नोएडा । दुर्लभ प्रजाति के वन्य जीवों के अंगों की तस्करी के आरोप में पकड़े गये ज्योतिषी कल्कि कृष्णन के तार लोकसभा में किसी बड़े पद पर आसीन एक शख्स के निजी सचिव प्रदीप चतुर्वेदी से जुड़े होने की जानकारी मिल रही है। सूत्रों के अनुसार प्रदीप चतुर्वेदी इंडियन काउंसिल ऑफ एस्ट्रलोजिकल साइंस, नोएडा चैप्टर के चेयरमैन रह चुके हैं। बाद में उन्होंने कल्कि कृष्णन को इसी चैप्टर का चेयरमैन बना दिया था और खुद संरक्षक बने हुए हैं।

कल्कि कृष्णन के इंडियन काउंसिल ऑफ एस्ट्रोलोजिकल साइंस से जुड़े होने की बात को वन विभाग के डीएफओ एचवी गिरीश ने भी स्वीकार किया है। हालांकि उन्होंने फिलहाल प्रदीप चतुर्वेदी से संरक्षण में कल्कि कृष्णन के काम करने की जानकारी होने से इन्कार करते हुए कहा कि इस अहम जानकारी की जांच की जाएगी।

कल्कि कृष्णन उर्फ कृष्ण बर्नवाल ने नोएडा से लेकर ग्रेटर नोएडा तक कई प्रॉपर्टी बनाई हैं। अभी तक नोएडा के सेक्टर 82 में एक फ्लैट, ग्रेटर नोएडा के अल्फा वन में 200 मीटर की बड़ी कोठी व सेक्टर 18 में तीन दुकानें होने का पता चल चुका है। एनसीआर व अन्य जगहों पर भी कल्कि की प्रॉपर्टी का पता लगाया जा रहा है।

पत्नी से भी होगी पूछताछ 

वन विभाग की टीम जल्द ही कल्कि कृष्णन के कंप्यूटर व हार्डवेयर को फोरेंसिक जांच के लिए प्रयोगशाला भेजेगी। इसके बाद कल्कि को रिमांड पर लेगी। उसकी पत्नी अनीता बर्नवाल से भी पूछताछ होगी। वन विभाग को पत्नी के भी इस धंधे में शामिल होने की पुख्ता जानकारी मिल रही है।

कल्कि व बच्चों के फेसबुक एकाउंट पर भी नजर 

कल्कि के लिंक कहां-कहां से जुड़े थे, इस बात का पता लगाने के लिए वन विभाग की टीम कल्कि व उनके बेटे-बेटी के फेसबुक एकाउंट को भी खंगाल रही है। इससे कल्कि के ग्राहकों का पता लगाना व उसके विस्तार का दायरा पता करने में आसानी होगी।

निजी स्कूल में लेता था क्लास

कल्कि कृष्णन सेक्टर 19 स्थित निजी स्कूल में प्रत्येक शनिवार को शाम पांच से सात व प्रत्येक रविवार को सुबह 10 से दोपहर एक बजे तक ज्योतिष की क्लास लिया करता था। प्रत्येक बैच में 10 से 12 छात्र हैं। एक छात्र से प्रति सेमेस्टर आठ हजार रुपये लिए जाते थे।

कर्मचारियों के मोबाइल बंद

कल्कि के साथ काम करने वाले लोगों को दबोचने के लिए लगातार दबिश डाली जा रही है। इन सभी के मोबाइल बंद होने से उनकी लोकेशन ट्रेस करने में दिक्कत आ रही है। जांच को आगे बढ़ाने के लिए इन सभी की गिरफ्तारी जरूरी है।

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