राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और पीएम मोदी के बीच फोन पर होगा पाकिस्तान का जिक्र!
नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप आज फोन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से चर्चा करेंगे। भारतीय समयानुसार दोनों नेताओं के बीच रात 11:30 बजे फोन पर बात होगी। दोनों नेताओं के बीच अमेरिका और भारत के संबंधों को मजबूत बनाने पर चर्चा होगी। साथ ही साथ हो सकता है कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप और पीएम मोदी के बीच पाकिस्तान और चीन पर भी बात हो।
इजरायल के पीएम से की ईरान पर चर्चा
राष्ट्रपति ट्रंप ने इजरायल के प्रधानमंत्री नेतान्याहू से फोन पर बात की है। दोनों नेताओं के बीच ईरान की परमाणु डील को लेकर चर्चा हुई। पीएम नेतान्याहू और राष्ट्रपति ट्रंप के बीच जब बातचीत हुई तो दोनों नेताओं ने क्षेत्रीय मुद्दों पर बातचीत के अलावा ईरान की ओर से बढ़ते खतरे पर बातचीत की भी सहमति जताई। ट्रंप की इस बातचीत के बाद इस तरफ भी इशारा मिलता है कि ट्रंप की अगुवाई में नए प्रशासन का नजरिया ईरान पर काफी सख्त हो सकता है।
पाकिस्तान पर सख्त राष्ट्रपति ट्रंप
ऐसे में हो सकता है कि जब पीएम मोदी के पास राष्ट्रपति ट्रंप का फोन आए तो दोनों पाकिस्तान पर भी चर्चा करें। राष्ट्रपति ट्रंप पाकिस्तान को लेकर अपना सख्त रुख पहले ही जता चुके हैं। दिसंबर 2015 में जब कैलिफोर्निया में आतंकी वारदात हुई थी तो उस समय ट्रंप ने पाकिस्तान की आलोचना की थी। इसके अलावा वर्ष 2016 की शुरुआत में भी उन्होंने ट्वीट किया था और कहा था कि पाकिस्तान अमेरिका का दोस्त नहीं है।
भारत और अमेरिकी एनएसए की मीटिंग
राष्ट्रपति ट्रंप और पीएम मोदी की फोन कॉल पर बातचीत से पहले भारत के राष्ट्रीय सुरक्ष सलाहकार (एनएसए) अजित डोवाल अमेरिका गए थे। दिसंबर में डोवाल जब अमेरिका गए तो उन्होंने राष्ट्रपति ट्रंप की ओर से एनएसए पद के लिए चुने गए जनरल माइकल फ्लिन से मुलाकात की थी। यह पहला मौका था जब अमेरिका के भावी एनएसए ने सरकार बनने से पहले भारत के एनएसए से मुलाकात की थी। फ्लिन ने भी डोवाल से फोन पर बात की थी और तभी उन्होंने डोवाल को अमेरिका आकर मीटिंग का इनवाइट दिया था।
एक घंटे तक हुई फ्लिन, डोवाल की मीटिंग
फ्लिन और डोवाल की मुलाकात करीब एक घंटे तक चली थी। माना जा रहा है यह मुलाकात में न सिर्फ दोनों देशों के संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा हुई बल्कि इस दौरान दोनों देशों के बीच बढ़ती साझेदारी को आगे बढ़ाने पर भी जोर दिया गया। फ्लिन हमेशा पाकिस्तान को मिल रही मदद को खत्म करने की वकालत करते आए हैं। 56 वर्षीय फ्लिन अमेरिका के उन टॉप मिलिट्री लीडर्स में से हैं जिनके पास इंटेलीजेंस की बहुत ज्यादा जानकारी है। फ्लिन के ऐलान को ट्रंप की उस सोच का हिस्सा माना गया जिसके तहत उन्होंने हमेशा पाकिस्तान पर सख्त रुख अख्तियार करने की बात कही। पढ़ें-आज अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप और पीएम मोदी की फोन पर ‘चर्चा
Source: hindi.oneindia.com