राज्य में भूस्खलन के चलते 60 मार्ग अवरूद्ध

देहरादून, । लोक निर्माण विभाग के अन्तर्गत आज कुल 42 मार्ग अवरुद्ध हुये तथा 75 मार्ग कल के अवरूद्ध थे अर्थात कुल 117 अवरूद्ध मार्गो में से 57 मार्गो को आज खोल दिया गया है। शेष 60 मार्ग अवरूद्ध है, जिसमें से 0 राष्ट्रीय राजमार्ग, 04 राज्य मार्ग, 03 मुख्य जिला मार्ग, 02 अन्य जिला मार्ग एवं 51 ग्रामीण मार्ग अवरूद्ध है। इसके अतिरिक्त पी0एम0जी0एस0वाई0 के अन्तर्गत आज 05 मार्ग अवरुद्ध हुये तथा 90 मार्ग कल अवरूद्ध थे अर्थात कुल 95 अवरूद्ध मार्गो में से आज 34 मार्गो को खोल दिया गया है, शेष 61 अवरुद्ध मार्गो को खोले जाने की कार्यवाही गतिमान है। वर्तमान में राज्य राजमार्गों पर 33 मशीने, मुख्य जिला मार्गो पर 10 मशीने, अन्य जिला मार्गो पर 06 मशीनें, तथा ग्रामीण मार्गो पर 75 मशीने, कुल 124 मशीने कार्य कर रही है। इसके अतिरिक्त पी0एम0जी0एस0वाई0 के मार्गो पर 67 मशीने लगायी गयी है। ऊर्जा विभाग के अन्तर्गत राज्य के अधिकतर जनपदों में विद्युत आपूर्ति सुचारू है। जिला चमोली, इसके अतिरिक्त टिहरी,  के कुछ क्षेत्रों में वर्षा के कारण कई ग्रामों में विद्युत व्यवस्था बाधित चल रही है। वर्तमान तक राज्य में कुल 25 ग्रामों में विद्युत बाधित थी। जिसमें से 02 ग्रामों की विद्युत आपूर्ति पूर्णरूप से सुचारू कर दी गई हैं। शेष 23 ग्रामों में विद्युत आपूर्ति हेतु कार्य किया जा रहा है। जल संस्थान के अन्तर्गत उत्तराखण्ड जल संस्थान के अन्तर्गत वर्ष 2022 में मानसून अवधि को दृष्टिगत रखते हुये प्रत्येक शाखा में कन्ट्रोल रूम की स्थापना की गयी है तथा हर जनपद में विभाग द्वारा जनपदीय नोडल अधिकारी नामित किये गये है, ताकि भूस्खलनध्अतिवृष्टि से क्षतिग्रस्त पेयजल योजनाओं को तत्काल चालू करने की सूचना उपलब्ध हो सकें। दैवीय आपदा से संभावित क्षति को दृष्टिगत करते हुये पेयजल योजनाओं के तत्काल पुनर्स्थापना हेतु जी0आई0 एवं एच0डी0पी0ई0 पाईप बफर के रूप में तथा जल शोधन एवं विसंक्रमण हेतु आवश्यक रसायन समस्त शाखाओं में उपलब्ध कराये गये हैं। आपदा से पेयजल योजनाओं के क्षतिग्रस्त होने पर तत्काल योजना से सुचारू जलापूर्ति उपलब्ध कराये जाने हेतु शाखाओं के अन्तर्गत कार्यरत प्रशिक्षित फिटर एवं बेलदार तैनात किये गये है। आपदा की स्थिति में, पेयजल की वैकल्पिक व्यवस्था हेतु विभिन्न शाखाओं में 71 विभागीय टैंकर उपलब्ध हैं एवं 219 किराये के पेयजल टैंकर चिन्हित है। राज्य के अन्तर्गत वर्ष 2022 में दैवीय आपदाध्अतिवृष्टि से वर्तमान तक कुल 1322 पेयजल योजनायें क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं, जिनमें से 1246 पेयजल योजनायें अस्थायी व्यवस्था से चालू कर दिया गया है। शेष 76 पेयजल योजनाओं को चालू किये जाने की कार्यवाही गतिमान है। वर्तमान तक प्राप्त सूचनानुसार विगत 03 दिवस के भीतर दैवीय आपदाध्अतिवृष्टि से 10 पेयजल योजना क्षतिग्रस्त हुयी है, जिनमें से 08 पेयजल योजनाओं को अस्थायी व्यवस्था से चालू कर दिया गया है। शेष 02 पेयजल योजनाओं को चालू किये जाने की कार्यवाही गतिमान है।

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