रमणीक स्थानों पर बने फारेस्ट रेस्ट हाउस जल्द ही आम लोगों के लिए भी खुल सकेंगे
देहरादून । प्रदेश के जंगलों में रमणीक स्थानों पर बने फारेस्ट रेस्ट हाउस जल्द ही आम लोगों के लिए भी खुल सकेंगे। वन विभाग इनकी ओपन बुकिंग का प्रस्ताव तैयार कर रहा है, ताकि आम लोग भी प्रकृति के करीब जाकर राज्य की जैव विविधता को देख और समझ सकें। इसके अलावा प्रदेश में इससे पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। प्रदेशभर में अंग्रेजों के जमाने के करीब चार सौ रेस्ट हाउस हैं। ये ज्यादातर जंगल के बीच में हैं और वन अधिकारियों के जंगलों के भ्रमण के दौरान ठहरने के लिए बनाए गए थे। लेकिन आज किसी में भी वन अधिकारियों को प्रवास नहीं होता। ऐसे में ये ज्यादातर खाली रहते हैं। इससे उनकी मेंटेनेंस भी नहीं हो पा रही। इसमें से करीब ढाई सौ तो जीर्ण हो रहे हैं। लेकिन सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के अनुसार वन विभाग इनका व्यावसायिक उपयोग नहीं कर सकता। ऐसे में इनकी आम लोगों के लिए बुकिंग नहीं होती। लेकिन अब विभाग की ईको टूरिज्म विंग की ओर से इनको आम लोगों के लिए खोलने का प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है, ताकि लोग राज्य की वन संपदा और जैव विविधता को करीब से देख सकें। ये इनके संरक्षण में भी मददगार होगी। इसी थीम के साथ इनको आम लोगों के लिए मामूली किराए और नियम शर्तों के साथ खोलने का प्रस्ताव बनाया जा रहा है। इसके लिए इनको अलग अलग सर्किट में जोड़ने की भी योजना है, ताकि लोग इन तक पहुंच सकें।