यूपी विधानसभा चुनाव 2017: गठबंधन के बाद आया कांग्रेस-सपा का नया नारा, यूपी को ये साथ पसंद है

लखनऊ। समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी यूपी चुनाव में एक साथ चुनाव प्रचार करते नजर आएंगे। दोनों नेता प्रदेश में करीब 14 चुनावी रैलियों को संयुक्त रुप से संबोधित करेंगे। यूपी विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस और समाजवादी पार्टी में गठबंधन के बाद पार्टी के रणनीतिकारों ने ये योजना बनाई है। यूपी में सात चरणों में विधानसभा चुनाव होना है, इसी के मद्देनजर चुनावी कार्यक्रम तय किया गया है। राहुल गांधी और अखिलेश यादव यूपी चुनाव के हर चरण से पहले दो चुनावी सभाएं एक साथ करेंगे।

29 जनवरी को राहुल और अखिलेश का संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस

सपा और कांग्रेस के गठबंधन के बाद अब यूपी चुनाव को लेकर नया नारा भी सामने आया है। रविवार को अखिलेश यादव और राहुल गांधी संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करेंगे जहां इस नारे को सबके सामने रखा जाएगा। सपा-कांग्रेस गठबंधन को दर्शाने के लिए ये खास नारा दिया गया है जिसके बोल हैं…यूपी के ये साथ पसंद है। इस नारे के साथ-साथ दोनों ही दल एक और नारा लेकर आए हैं…अपने लड़के Vs बाहरी मोदी। इस नारे का सीधा मतलब यूपी की जनता को बताना कि बीजेपी ने यूपी चुनाव को लेकर अभी तक किसी भी स्थानीय नेता को अपना चेहरा नहीं चुना है।

अखिलेश यादव और राहुल गांधी 29 जनवरी को लखनऊ में संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। जिसके बाद दोनों ही नेता रोड शो भी करेंगे। दोनों ही दलों के नेता इसको लेकर बेहद उत्साहित हैं। पार्टी की एकजुटता को दर्शाने के लिए दोनों ही दलों के नेता ये कदम उठाया है। हालांकि सपा और कांग्रेस के बीच अमेठी-रायबरेली में उम्मीदवारों के चयन को लेकर विवाद चल रहा है। दोनों ही क्षेत्रों में 10 विधानसभा सीटें हैं। ये दोनों ही इलाके कांग्रेस के गढ़ माने जाते हैं, पार्टी यहां से 7 सीटें चाहती थी लेकिन गठबंधन में दोनों ही दल 5-5 सीटों पर लड़ रही हैं। इस बीच प्रियंका गांधी ने अखिलेश यादव से अपील की है कि सपा यहां की सभी 10 सीटें कांग्रेस के लिए छोड़ दे। इसके लिए कांग्रेस पार्टी का तर्क है कि कांग्रेस ने आजमगढ़, मैनपुरी और इटावा सीट सपा के लिए छोड़ दी है। ऐसे में सपा को भी कांग्रेस के लिए अमेठी और मैनपुरी की सीटें छोड़नी चाहिए। फिलहाल इस पर अभी आखिरी फैसला नहीं हुआ है। इस बीच लखनऊ में 29 जनवरी को होने वाले कार्यक्रम को लेकर दोनों ही दलों ने खास तैयारी की है।

इसे भी पढ़ें:- रिकॉर्ड मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट देने के बाद भी बीएसपी है परेशान, जानिए वजह…

Source: hindi.oneindia.com

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *