मेरठ: खुद को अखिलेश और सपा नेताओं का करीबी बताकर की करोड़ों की ठगी
मेरठ। नेताओं के साथ फोटो दिखाकर लोगों को ठगने वाले गिरोह के मुखिया को ब्रह्मपुरी पुलिस ने कई शिकायतों के बाद हिरासत में लिया है। ठगी का खुलासा करते हुए मेरठ पुलिस ने कहा कि ये गैंग लाल बत्ती का फायदा उठाकर लोगों को नौकरी दिलाने के नाम पर ठगता था। केवल मेरठ में ही इस गैंग के करीब 60 युवाओं से दस करोड़ रुपये तक ठगने का मामला सामने आया है। थाना ब्रह्मपुरी पुलिस ने इस गैंग के मुख्य आरोपी को लखनऊ से गिरफ्तार कर लिया है। पकड़ा गया आरोपी खुद को वेबसाइट पर अरविन्द सिंह उत्तर प्रदेश सहकारी गृह निर्माण संघ लखनऊ का अध्यक्ष बताता है। ये भी पढ़ें: बीजेपी ज्वाइन नहीं करेंगे नरेश अग्रवाल, बोले अखिलेश के साथ हूं
पुलिस की माने तो फ़िलहाल इस गैंग के अध्यक्ष और मुख्य आरोपी अरविन्द सिंह को ही लखनऊ से गिरफ्तार किया है। जबकि इस गैंग के सात ठग अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। जहां, एक तरफ पुलिस उन सब ठगों की तलाश की बात कर रही है। वहीं, थाना ब्रह्मपुरी पुलिस सहित पुलिस के आलाधिकारी इस मामले को दबाने की कोशिश में लगे हुए हैं। उधर पीड़ित सचिन और धीरज ने खुद को इस फर्ज़ीवाड़े का शिकार बताते हुए थाने में शिकायत दर्ज करवाई है। इस संबंध में ब्रह्मपुरी थाने में कथित संघ के अध्यक्ष अरविन्द सिंह समेत सात पर धारा 420, 467, 468 व 471 में एफआईआर दर्ज की गई है।
पुलिस तभी से गैंग के सरगना की तलाश में जुट गई थी। लेकिन पुलिस ने लखनऊ से अरविन्द सिंह को गिरफ्तार कर लिया। मूल रूप से गोरखपुर का रहने वाला अरविन्द वर्तमान में लखनऊ के गोमती विहार स्थित विराम खंड कॉलोनी में रह रहा था। पुलिस अभी फ़िलहाल इस बारे में लीपा-पोती करती दिखाई दे रही है। लेकिन पीड़ितों की माने तो गैंग बड़ा ही शातिर है, लालबत्ती की गाड़ियों के साथ चलता था और अपने आपको अखिलेश का करीबी बताकर लोगों से ठगी करता था। इस बात के प्रमाण मेरठ के मवाना में देखने को मिले हैं। जहां इस संस्था के उपाध्यक्ष का नाम केस में आने पर वे अपने बोर्ड को पोतकर फरार हो गया है। ये भी पढ़ें: हाई सिक्योरिटी वाले लुटियन्स जोन तक पहुंचे चोरों के हाथ, चुरा रहे हैं अधिकारियों की नंबर प्लेट
Source: hindi.oneindia.com