बीजेपी ने लगाया कांग्रेस पर आरोप
नई दिल्ली, । बीजेपी ने शनिवार को आरोप लगाया कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता वाले राजीव गांधी फाउंडेशन (आरजीएफ) को विवादित इस्लामी उपदेशक जाकिर नाइक के एनजीओ इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन (आईआरएफ) की ओर से 50 लाख रुपये का चंदा दरअसल रिश्वत थी, ताकि उसकी देश-विरोधी गतिविधियों को ढंका जा सके।
कांग्रेस पर तीखा हमला करते हुए केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने पिछली यूपीए सरकार में रहे श्निहित स्वार्थश् वाले तत्वों पर नाइक को बचाने का आरोप लगाया. उन्होंने 2012 में लोकसभा में तत्कालीन सूचना एवं प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी की ओर से दिए गए कथित जवाब दिखाते हुए यह आरोप लगाया. तिवारी ने कथित तौर पर अपने जवाब में नाइक के पीस टीवी को ऐसे 24 अवैध विदेशी चौनलों में से एक बताया था, जिनकी विषय-वस्तु भारत के सुरक्षा परिदृश्य के अनुकूल नहीं है।
रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस से सवाल किया कि 2011 में उसने आईआरएफ की ओर से दिया गया चंदा क्यों नहीं लौटाया, जब उसी की सरकार ने नाइक के टीवी चौनल के बाबत सुरक्षा चिंताएं जाहिर की थी। केंद्रीय मंत्री ने कांग्रेस के इस दावे पर भी संदेह जाहिर किया कि पैसे कुछ महीने बाद लौटा दिए गए थे. उन्होंने कहा कि एनजीओ ने पैसे वापस मिलने की बात से इनकार किया है. एक संवाददाता सम्मेलन में रविशंकर प्रसाद ने तत्कालीन अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री के. रहमान की ओर से मनीष तिवारी को फरवरी, 2013 में लिखे गए एक पत्र का हवाला दिया, जिसमें नाइक को श्प्रतिष्ठित इस्लामी विद्वानश् करार दिया गया था और एक क्षेत्रीय चैनल एवं एक हिंदू संगठन की ओर से चलाए गए अभियानों से उसके लिए सरकारी संरक्षण की मांग की गई थी। उन्होंने कहा, उसके लिए लॉबिइंग कर रहे लोग कांग्रेस में ऊंचे पदों पर थे. यह आशंका क्यों नहीं जाहिर की जा सकती कि 50 लाख रुपये का यह चंदा ऐसी ताकतों के लिए एक रिश्वत के तौर पर दिया गया था, जिससे उसकी अवैध और देशविरोधी गतिविधियों को ढंका जा सके। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि सोनिया गांधी आरजीएफ की अध्यक्ष हैं और उनके पुत्र राहुल गांधी, पुत्री प्रियंका गांधी वाड्रा, तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और वित्त मंत्री पी चिदंबरम इसके सदस्य हैं।