पूर्वी यरूशलम में इस्राइल की 800 नए मकान बनाने की योजना से डोनाल्ड ट्रंप की राह हुई जटिल
यरूशलम: इस्राइल ने पूर्वी यरूशलम के यहूदी आबादी वाले इलाकों में आगामी महीनों में 800 नए मकानों के निर्माण को मंजूरी देने की योजना बनाई है. उसके इस कदम से फिलस्तीन और इस्राइल के बीच शांति वार्ता शुरू करने के अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रयासों की राह जटिल हो सकती है. ट्रंप ने फरवरी में इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को बस्तियों के निर्माण पर रोक लगाने के लिए कहा था. इसके बाद पूर्वी यरूशलम में पहली बार मकानों के निर्माण को मंजूरी दी गई है.
डोनाल्ड ट्रंप के दामाद और सलाहकार जेयर्ड कुशनर गत महीने इस्राइल पहुंचे थे और उन्होंने लंबे समय से वार्ता को शुरू करने में मदद करने के प्रयासों में इस्राइल और फलस्तीन के नेताओं से बातचीत की थी. इस्राइल की घोषणा के बाद व्हाइट हाउस ने एक बयान जारी कर कहा, राष्ट्रपति ट्रंप ने सार्वजनिक और निजी तौर पर निर्माण के संबंध में अपनी चिंता जताई है और प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि असंयमित निर्माण गतिविधि से शांति की संभावना नहीं है. साथ ही प्रशासन का मानना है कि बस्तियों पर रोक की विगत की मांगों से शांति वार्ता आगे बढ़ाने में कोई मदद नहीं मिली है. बयान में कहा गया है, हाल के दौरों और दोनों पक्षों से बातचीत के साथ ही ट्रंप प्रशासन इस्राइल और फिलस्तीन के बीच संघर्ष को समाप्त करने के समझौते पर पहुंचने के लिए हरसंभव प्रयास करने के लिए प्रतिबद्ध है. सिटी हॉल ने कहा कि वह योजना समिति की आगामी बैठक में 800 मकानों के निर्माण को मंजूरी देगा.
यरूशलम के मेयर निर बरकत ने एक बयान में कहा कि यरूशलम में निर्माण कार्य जरूरी, महत्वपूर्ण है और पूरी ताकत के साथ यह जारी रहेगा. फिलस्तीन के वरिष्ठ वार्ताकार साएब इरकत ने कहा कि इस्राइल का कदम शांति वार्ता शुरू करने के ट्रंप के प्रयासों को जानबूझकर नुकसान पहुंचाना है.