पाकिस्तान की आईएसआई ने दिए कश्मीर के अलगाववादी नेताओं की हत्या के आदेश
नई दिल्ली। कश्मीर घाटी को फिर से सुलगाने का प्लान पाकिस्तान ने तैयार कर लिया है और इस बार अलगाववादी नेताओं की हत्या करके घाटी को अशांत किया जाएगा। पाकिस्तान की इंटेलीजेंस एजेंसी आईएसआई ने लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों को आदेश दिया है कि वे घाटी के अलगाववादी नेताओं की हत्या कर दें। इंटेलीजेंस ब्यूरों (आईबी) की ओर से इस काम के लिए एक किल लिस्ट भी तैयार कर ली गई है।
कश्मीर में अशांति फैलाने की नई तरकीब
जुलाई 2016 में जब हिजबुल मुजाहिद्दीन के कमांडर बुरहान वानी की हत्या हुई तो उसके बाद से कश्मीर सुलग रहा है। अब आईएसआई आग को और भड़काने के साथ ही और ज्यादा अशांति फैलाने का प्लॉट तैयार कर लिया है। हालांकि पाकिस्तान के अधिकारियों में अशांति के स्तर को लेकर मतभेद हैं। कुछ लोगों को लगता है कि अशांति की योजना और बेहतर बनानी चाहिए। लश्कर-ए-तैयबा के ऑपरेशनल कमांडर जकी-उर-रहमान लखवी की ओर से सलाह दी गई थी कि अशांति को एक खूनी संघर्ष बना दिया जाए। लेकिन वहीं लश्कर में कुछ लोगों, जिनमें लश्कर का टॉप बॉस हाफिज सईद भी शामिल है, का मानना है कि लखवी ने जो सलाह दी है वह ठीक नहीं है। अब आईएसआई लश्कर में लखवी और हाफिज सईद के मतभेदों के बीच में आ गई है। आईएसआई ने फैसला किया है कि वह लखवी के प्लान पर ही काम करेगी और जितना हो सके घाटी का उतना नुकसान करेगी। आईएसआई का मानना है कि इस तरह की अशांति करीब एक वर्ष तक चल सकती है।
लश्कर में पड़ी फूट
आपको बता दें कि कश्मीर की वजह से लश्कर-ए-तैयबा के अंदर फूट की स्थिति पैदा हो गई है। सुरक्षा एजेंसियों को जो इंटेलीजेंस इनपुट्स मिले हैं, उस पर अगर यकीन करें तो लश्कर के फाउंडर हाफिज सईद और कश्मीर में दहशत फैलाने का जिम्मा संभालने वाले जकी-उर-रहमान लखवी के बीच सबकुछ ठीक नहीं है और दोनों के बीच तनाव है। लश्कर ने यह फैसला भी किया है कि वह भारत में होने वाले हमलों को अपने नाम पर नहीं अंजाम देगा। संगठन की ओर से एक प्रेस रिलीज जारी की गई है जिसे ‘क्विट कश्मीर मूवमेंट’ के नाम से जारी किया गया है और इस रिलीज के जरिए यह प्रभाव छोड़ने की कोशिश की गई है कि कश्मीर की लड़ाई में कई संगठनों का हाथ है।
Source: hindi.oneindia.com