पहली सोलर पैनल वाली डीएमयू ट्रेन को आज प्रभु दिखाएंगे हरी झंडी
नई दिल्ली । देश में पहली सोलर पैनल वाली डीएमयू (डीजल मल्टीपल यूनिट) ट्रेन शुक्रवार को पटरी पर उतरेगी। रेल मंत्री सुरेश प्रभु सफदरजंग रेलवे स्टेशन से इस ट्रेन को रवाना करेंगे।
उद्घाटन वाले दिन यह हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन तक चलेगी। इसके बाद इसे दिल्ली से फरुखनगर के बीच चलाने की तैयारी है, जिसकी घोषणा बाद में की जाएगी। इससे डीजल की बचत होगी और कार्बन उत्सर्जन में भी कमी आयेगी। इस तरह से यह ट्रेन पर्यावरण संरक्षण में भी सहायक होगी।
शिमला कालका टॉय ट्रेन सहित छोटी लाइन पर पहले से सौर ऊर्जा से युक्त ट्रेन चलाई जा रही है। बड़ी लाइन की कई ट्रेनों के एक या दो कोच में सोलर पैनल लगाए गए हैं। इसी तरह से राजस्थान में भी सोलर पैनल से युक्त लोकल ट्रेन का ट्रायल हो चुका लेकिन इनमें सौर उर्जा को संचित करने की सुविधा नहीं है।
वहीं, शुक्रवार को जो डीएमयू ट्रेन चलेगी उसमें सौर ऊर्जा को बैटरी में संचित किया जा सकेगा जिससे कि रात के समय भी इसका उपयोग हो सकेगा।
चेन्नई की इंटीग्रल कोच फैक्टरी में निर्मित इस छह कोच वाले रैक को दिल्ली के शकूर बस्ती वर्कशॉप में सौर पैनलों से सुसज्जित किया गया है। प्रत्येक कोच पर 16-16 सौर पैनल लगाए गए हैं जिनकी कुल क्षमता 4.5 किलोवाट है।
हर कोच में 120 एंपीयर आवर (एएच) क्षमता की बैटरियां लगीं है। इस ट्रेन से प्रत्येक वर्ष 21 हजार लीटर डीजल की बचत हो पाएगी। इससे रेलवे को प्रति वर्ष 12 लाख रुपये की बचत होगी। प्रति कोच के हिसाब से प्रत्येक वर्ष नौ टन कार्बन उत्सर्जन में भी कमी आएगी। अगले छह महीने में शकूर बस्ती वर्कशॉप में इस तरह के 24 और कोच तैयार किए जा रहे हैं।