नोएडा ऑथोरिटी के पूर्व चीफ इंजीनियर यादव सिंह की 20 करोड़ की संपत्ति जब्त
नई दिल्ली। नोएडा ऑथोरिटी के पूर्व चीफ इंजीनियर और करोड़ों की संपत्ति के मालिक यादव सिंह पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शिकंजा कस दिया है। सोमवार को ईडी ने यादव सिंह की करीब 19.92 करोड़ रुपए की संपत्ति को जब्त किया। जब्त की गई संपत्तियों में यादव सिंह की तीन निर्माण कंपनियां और उनकी पत्नी के मालिकाना हक वाली एक फर्म शामिल है।
ईडी के अधिकारियों ने बताया कि एनकेजी इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड, जेएसपी कंस्ट्रक्शंस प्राइवेट लिमिटेड और तिरूपति कंस्ट्रक्शन कंपनी ने ठेका मिलने से पहले ही काम शुरू कर दिया था। ठेका इन्हीं कंपनियों को मिले, इसके लिए यादव सिंह ने निविदा प्रक्रिया में धांधली की थी। इसी के तहत ईडी ने यह कार्रवाई की।
आपको बता दें कि यादव सिंह के पास अकूत संपत्ति होने के पुख्ता सबूत मिले हैं। यादव सिंह पर तमाम प्रोजेक्ट्स को करोड़ों रुपए लेकर उन्हें पास कराने सहित बड़े-बड़े प्रोजेक्ट्स में कमीशन लेने का आरोप है। यादव सिंह का मामला सबसे पहले वर्ष 2014 में सामने आया था, जब उनके घर आयकर विभाग ने छापा मारा था। लेकिन 2015 में जब दोबारा आयकर विभाग ने उनके घर छापा मारा तो उनके घर से 10 करोड़ रुपए नगद व दो किलो सोना बरामद हुए।
हाईकोर्ट ने दिया था सीबीआई जांच का आदेश
यही नहीं यादव सिंह के घर से 100 करोड़ रुपए की कीमत के हीरे और गहनें भी जब्द किये, लेकिन इन सब के बावजूद जब यादव सिंह को सीबीसीआईडी से जमानत मिल गई तो नूतन ठाकुर ने इसके खिलाफ हाई कोर्ट में याचिका दायर की। नूतन ठाकुर की याचिका पर हाईकोर्ट ने 16 जुलाई 2015 को यादव सिंह के खिलाफ सीबीआई जांच का आदेश दिया था। कोर्ट ने प्राधिकरण में सभी टेंडर की जांच के भी आदेश दिये। कोर्ट के आदेश के बाद सीबीआई ने यादव सिंह समेत उनकी पत्नी, बेटे, बेटी सहित राजेंद्र मनोचा जोकि उनके बिजनेस पार्टनर थे को भी एफआईआर में नामजद किया। ये भी पढ़ें- तो क्या अखिलेश के लिए यह चाल चल कर सबको चित कर गए मुलायम!
Source: hindi.oneindia.com