देहरादून के तीन जानवरों को मिला ‘आधार’ नंबर
देहरादून जू मालसी में गुरुवार को पहली बार जानवरों को माइक्रोचिप लगाई गई। गरुड़, मगरमच्छ और कछुए पर माइक्रो चिप लगते ही उनका अपना ‘आधार’ कार्ड बन गया। इस यूनिक नंबर के आधार पर अब जू में इनका पूरा बायोडाटा तैयार हो गया है।
केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण के निर्देश पर बुधवार को देहरादून जू में गोवा और हरियाणा से आए विशेषज्ञों ने कछुए, गरुड़ और मगरमच्छ पर माइक्रोचिप लगाई। साथ ही वन विभाग के अधिकारियों और पशु चिकित्सक को माइक्रो चिप लगाना सिखाया। डीएफओ पीके पात्रों ने बताया कि जू के जानवरों का आधार कार्ड बनाने की शुरुआत हो गई है। अब धीरे-धीरे जू के सभी पशु-पक्षियों का आधार कार्ड बनाया जाएगा।
इस मौके पर प्रमुख वन संरक्षक जय राज और गंभीर सिंह, मुख्य वन संरक्षक भुवन चंद्र, वन संरक्षक शिवालिक मीनाक्षी जोशी, एसडीओ गुलवीर सिंह, जू प्रभारी एमएम बेंजवाल सहित अन्य लोग मौजूद थे।
माइक्रो चिप लगाने के होंगे कई फायदे
इस माइक्रो चिप को लगाने के बाद जानवर का जो आधार नंबर बना है, उस नंबर के आधार पर जानवर की पूरी कुंडली तैयार होगी। अब इस नंबर से पता चल जाएगा कि जानवर का जन्म कब हुआ? वह कितने साल का है? कौन की बीमारी हुई? किस जू से लाया गया है और उसके माता-पिता कौन हैं?