दावत ए आम में खुद खास हो गए हरीश रावत

देहरादून : सक्रिय राजनीति से दूर रहते हुए भी पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने एक बार फिर खुद की जोरदार उपस्थिति दर्ज कराई। आम, लीची व आड़ू की दावत के बहाने उन्होंने प्रदेश के हर तबके और कुछ सियासी दलों को एक मंच पर लाकर अपने सियासी कद का भी अहसास कराया। इतना ही नहीं, इस बहाने पार्टी संगठन में अपनी पकड़ को दिखाने में भी वह सफल रहे।

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने एक वेडिंग प्वाइंट में आम, लीची व आड़ू की दावत का आयोजन किया। दावत में इन फलों के साथ ही खुमानी, जामुन, मक्की, खीरा और गुड़ व दूध लोगों को परोसा गया। इस दावत में खास यह रहा कि उन्होंने न केवल राजधानी देहरादून, बल्कि आसपास के इलाकों के लोगों को भी इसमें न्योता दिया।

दरअसल, कांग्रेस में इस समय अंदरूनी संघर्ष साफ नजर आ रहा है। सदन के भीतर और बाहर कांग्रेस कई गुटों में बंटी है। यहां तक कि कांग्रेस के दिग्गज नेता पार्टी लाइन से हटकर भी अलग-अलग कार्यक्रम दे रहे हैं। इससे साफ है कि कहीं न कहीं प्रदेश नेतृत्व सबको एक मंच पर लाने में सफल नहीं हो पा रहा है।

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को भी इशारों ही इशारों में निशाने पर लिया गया। माना जा रहा था कि इस दावत के बहाने रावत अपना शक्ति प्रदर्शन कर सकते हैं। ऐसा हुआ भी। उन्होंने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह समेत तमाम विधायकों को इस दावत में बुलाया।

इस दावत में जिस तरह भीड़ जुटी, उससे कहीं न कहीं उन्होंने सूबे की राजनीति में अपनी मजबूत पकड़ को साबित किया। खास यह रहा कि इसमें न केवल राजनीतिक दल, बल्कि विभिन्न ट्रेड यूनियन, उद्योग व समाजसेवा से जुड़े लोगों ने भी शिरकत की। इस दावत के बहाने हरीश रावत ने यह भी साफ कर दिया कि वह सक्रिय राजनीति से दूर नहीं रहने वाले।

उन्होंने कहा कि बेशक वे सरकार में नहीं हैं परंतु मुख्यमंत्री के रूप में जो योजनाएं उन्होंने शुरू की थी, वे उन पर काम करते रहेंगे। जो पहल उन्होंने की, यदि सरकार ने उन्हें लागू करने में ढील की तो वे सरकार को जगाते रहेंगे।

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि फलों की दावत के जरिये हरीश रावत सबको एक मंच पर लाए हैं। दावत में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल, विधायक हरीश धामी, पूर्व मंत्री दिनेश अग्रवाल के साथ ही सपा के एसएन सचान, सीपीआइ से समर भंडारी, सीटू के वीरेंद्र सिंह भंडारी, सुरेंद्र सिंह सजवाण भी मौजूद थे।

नारेबाजी कर गई असहज 

दावत में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह की मौजूदगी में कई बार हरीश रावत के समर्थन में नारेबाजी की गई। इससे प्रदेश अध्यक्ष काफी असहज भी नजर आए। इसे भांपते हुए हरीश रावत ने नारेबाजी नहीं करने का इशारा भी किया।

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