कन्हैया कुमार दलित नहीं : मायावती
लखनऊ। बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि जेएनयू मामले में आरोपी कन्हैया बिहार के भूमिहार बिरादरी का है। मायावती ने साफ कर दिया कि कन्हैया कुमार दलित नहीं है। दलितों को उसके झांसे में नहीं आना चाहिए। दूसरी ओर मायवती ने राहुल गांधी पर भी निशान साधते हुए कहा कि यूपीएक के शासन काल में भी दलितों का उत्पीड़न हुआ था तब राहुल कहां गए थे। अब वेमुला की मौत पर दलितों के साथ खड़े होने का ढोंग कर रहे हैं।
मायावती ने यह भी कहा कि वह वामपंथी दलों का मोहरा है। वह केवल दलितों को गुमराह करने के लिए डॉ. अंबेडकर के गरीबी हटाओ कार्यक्रम की बात कर रहा है, जिसे भाजपा तूल देकर केवल डॉ अंबेडकर के मूवमेंट दलित उत्थान को कमजोर करना चाहती है।
मायावती द्वारा कन्हैया कुमार के खिलाफ दिए गए बयान से उसके परिवार वाले काफी आहत हैं। कन्हैया कुमार की मां मीणा देवी व पिता जयशंकर सिंह ने कहा कि मायावती एक महिला होकर इस तरह का बयान कैसे दे सकती हैं। वह एक मां के बेटे को जाति के तराजू में कैसे तौल सकती हैं। उन्होंने कहा कि क्या भूमिहार जाति में जन्म लेना कन्हैया का गुनाह है? जाति की राजनीति करने वाले नेता यह साबित करें कि भूमिहार जाति के लोग सेवा नहीं कर सकते हैं। सवालिया लहजे में यह भी कहा कि क्या समाज सेवा को सिर्फ दलित होना जरूरी है?
गौरतलब है कि मायावती ने डॉ. अंबेडकर की 125वीं जयंती के मौके पर बसपा की रैली को संबोधित करते हुए कन्हैया पर निशाना साधा था। बसपा सुप्रीमो ने अपने भाषण में कांग्रेस पर भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में अलीगढ़ विश्व विद्यालय के अलावा देश के कई उच्च शिक्षण संस्थान में दलित छात्रों ने उत्पीड़न के चलते आत्महत्याएं की। तब न तो कांग्रेस सरकार ने मुंह खोला और न ही कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी के बोल फूटे। अब जब भाजपा की सरकार में रोहित वेमुला की मौत हुई तो राहुल गांधी अपनी सरकार फिर से बनाने के लिए दलितों के साथ खड़े होने का ढोंग कर रहे हैं।