औषिधियां जो बनाये आपके दिमाग को तेज़
औषधि के इस्तेमाल से स्मरण शक्ति को बढ़ाना, यह बात कुछ अजीब लगाती है लेकिन यह सच है कि यह प्रयोग बहुत से देशों में होता है। फिर चाहे वह मिस्र, अमेरिकी भारतीयें, यूनानि या हमारा हिंदुस्तान हो सब जगह स्मरण शक्ति को बढ़ने के लिए औषधियों का प्रयोग होता रहा है।
यह भी पढ़ें- मानसिक रूप से मजबूत लोग कभी नहीं करते ये 10 गल्तियां
कई प्रकार के मसाले आते हैं जो मस्तिष्क को अच्छे से काम करने में मदद करते हैं जैसे हल्दी। हल्दी एक ऐसा मसाला जो हर सब्ज़ी में पड़ता है। इसमें पाया जाने वाला कुरक्यूमिन स्मृति शक्ति बढ़ने में मदद करता है साथी अल्जाइमर जैसी बीमारी से बचाता है।
इसके बाद आती है अदरक, इसमें जिंजरॉन पाया जाता है जो दिमाग के न्यूरॉन्स की रक्षा करने में मदद करता है जिससे स्मृति शक्ति बढ़ती है। फिर है दालचीनी इसको सूंघने से दिमाग ठीक से काम करता है और मूड भी अच्छा रहता है। यह भी पढ़ें- आपके दिमाग को तेज़ बनाने वाले 10 जूस
जिन्कगो बिलोबा एक ऐसी औषधि है जिससे मस्तिष्क का ब्लड सर्कुलेशन अच्छा रहता है। इसके बाद आती है गोटू कोला जो वृद्धावस्था के दौरान स्मृति शक्ति को बढ़ती है। साइबेरियाई जिन्सेंग से तंत्रिका तंत्र मजबूत होता है जिससे तनाव से लड़ने में मदद मिलती है।
हमेशा एक बात याद रखें की इन सब औषधियों को लेने से पहले उसके बारे में पूरी जानकारी लेलें क्यों कि कभी कभी इन औषधियों के इस्तेमाल के बुरे असर भी देखें गायें हैं।
हमे इन औषधियों का उतना ही प्रयोग करना चाहिए जिसे हमे कोई नुक्सान ना हो और हमारी स्मरण शक्ति भी अच्छी हो जाए। इन औषधियों का इस्तेमाल कई तरीको से होता है जैसे सुगंध-चिकित्सा या अरोमथेरपी।
यह बहुत प्रसिद्ध तरीका है दिमाग को शांत रखने में, इसमें कुछ औषधियों को पानी उबाल कर गर्म किया जाता है और इस्तेमाल किया जाता है।
यही तरीका कुछ मोमबत्ती और पॉटपौरी बर्नर के साथ किया जाता है जिसमें इन औषधियों को जला कर साँस लेने को कहा जाता है। इससे मस्तिष्क शांत रहता है।
अरोमाथेरेपी सस्ती है और लोगों की पहुच में है। इससे दिमाग शांत रहता है जिससे स्मृति शक्ति बढ़ती है और इससे ध्यान केंद्रित करने में मदद मिलती है। तुलसी और मेंहदी, दो महत्वपूर्ण ऐसी ही औषधिये तेल हैं जो अरोमाथेरेपी में स्मृति को सुधारने में इस्तेमाल होते हैं
Source: hindi.boldsky.com