उत्तराखंड: बारिश से राहत, पहाड़ों में अंधड़ से नुकसान
देहरादून : उत्तराखंड में मौसम की बदली करवट के साथ ही मंगलवार से शुरू हुआ वर्षा का क्रम बुधवार को भी जारी रहा। इससे तपिश से तो राहत मिली है, लेकिन तमाम स्थानों पर मौसम का रुख परेशानी का सबब भी बना हुआ है। पिथौरागढ़ में एक विद्यालय की दीवार अतिवृष्टि के दौरान ढह गई, जबकि तीन घरों को भू-कटाव से खतरा पैदा हो गया है।
उत्तरकाशी के मोरी ब्लाक में अंधड़ से 10 घरों की टिनशेड उड़ गई। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक के अनुसार 10 से 13 जून तक राज्य में मौसम साफ रहेगा। इस दरम्यान अधिकतम तापमान में इजाफा होगा और सामान्य से तीन डिग्री अधिक की उछाल भर सकता है।
देहरादून, पिथौरागढ़, चंपावत समेत कई जगह पेड़ उखड़ने से आवागमन में व्यवधान पड़ने के साथ ही बिजली व पेयजल व्यवस्था प्रभावित हुई है। खराब मौसम के कारण मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का हेलीकॉप्टर कुमाऊं के लिए उड़ान नहीं भर पाया। उन्हें रीठा साहिब मेले का उद्घाटन करने जाना था। उधर, मौसम विभाग के अनुसार राज्य में अगले 24 घंटों में भी अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा अथवा गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है।
मौसम का असर चारधाम यात्रा पर भी पड़ा है और वहां यात्रियों की संख्या में थोड़ी कमी आई है। केदारनाथ में बुधवार को 2800 यात्री पहुंचे, जबकि हफ्तेभर पहले रोजाना यह संख्या 10 हजार पार कर रही थी। चमोली जिले में बुधवार को झमाझम बारिश हुई। इस दौरान बदरीनाथ धाम में दर्शन को पहुंचे यात्रियों को बारिश के बीच लाइन में लगना पड़ा।
उत्तरकाशी जिले के मोरी ब्लाक के सेवा गांव में मंगलवार देर शाम चले अंधड़ से ग्रामीण सहम गए। वहां 10 घरों की छत उडऩे के साथ ही अन्य घरों को नुकसान पहुंचा है। इसका पता चलने पर बुधवार को मौके पर पहुंची प्रशासन की टीम ने क्षति जायजा लिया। पिथौरागढ़ के नाचनी क्षेत्र में अंधड़ से कई स्थानों पर पेड़ गिरने से नाचनी-बांसबगड़ मार्ग पर वाहनों की आावजाही बाधित रही।
वहीं, मैदानी इलाकों में झमाझम बारिश के बाद गर्मी से राहत मिली है। मौसम विज्ञान केंद्र, देहरादून के निदेशक विक्रम सिंह ने बताया कि अगले 24 घंटों में भी राज्य में आंशिक रूप से लेकर आमतौर पर बादल छाये रहेंगे और अनेक स्थानों पर वर्षा हो सकती है। वर्षा का यह क्रम नौ जून को भी बना रह सकता है।