उत्तराखंड: मंत्रालयों पर फंसा पेंच, सबको चाहिए पीडब्ल्यूडी, पर्यटन और ऊर्जा!

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत दिल्ली से कैबिनेट के पोर्टफोलियों की सूची पर अंतिम मुहर लगवा लाए हैं. शुक्रवार को विधानसभा का सत्र शुरू होने जा रहा है, लेकिन अभी विभागों की घोषणा नहीं हुई है. बताया जा रहा है कि मंत्रियों को थोड़ा और इंतजार करना पड़ सकता है, क्योंकि पीडब्ल्यूडी, पर्यटन और ऊर्जा जैसे अहम मंत्रालयों पर कईं मंत्रियों की निगाहें लगी हुई हैँ. सूत्रों के मुताबिक सतपाल महाराज ने जो पोर्टफोलियों की जो सूची सौंपी है उसमें पीडब्ल्यूडी सबसे ऊपर है.

गुरुवार सुबह मुख्यमंत्री दिल्ली से देहरादून लौट आए हैं. इसके बावजूद मंत्रिमंडल में पोर्टफोलियों को लेकर इंतजार लंबा खिंचता दिख रहा है. खासकर पूर्व कांग्रेसी मंत्रियों में बेचैनी बढ़ती जा रही है.

सूत्रों के मुताबिक मंत्रियों को अभी पोर्टफोलियों का थोड़ा और इंतजार करना पड़ सकता है. कईँ मंत्रियों ने सीएम को अपनी प्राथमिकताएं बताई हैं. बताया जा रहा है कि सबसे बड़ा पेंच महाराज की डिमांड को लेकर है. सतपाल महाराज की सूची में पीडब्ल्यूडी और पर्यटन मंत्रालय सबसे ऊपर है.

लेकिन राज्य बनने के बाद से सभी मुख्यमंत्रियों ने ही पीडब्ल्यूडी अपने पास रखा है. अपवाद के तौर पर इंदिरा हृदयेश के पास कुछ समय के लिए जरूर यह विभाग रहा है.

इसके अलावा पर्यटन विभाग पर सतपाल महाराज के अलावा सुबोध उनियाल भी उम्मीद लगाए बैठे हैं. हरक सिंह चिकित्सा शिक्षा और कृषि को प्राथमिकता दे रहे हैं तो यशपाल आर्य को भी राजस्व चाहिए.

सीएम के करीबी सूत्रों की माने तो दिल्ली में मंत्रालयों की जो सूची फाइनल हुई है, वह मंत्रियों की मांग और प्राथमिकता के मुताबिक नहीं है. इसलिए मनपसं पोर्टफोलियो न मिलने से कैबिनेट क साथियों में नाराजगी न बढ़े इसको देखते हुए सीएम विभागों की घोषणा करने में वक्त ले रहे हैं.

कईं मंत्रियों से बात की जा रही है. बताया जा रहा है है कि आज देर रात तक कुछ विभागों की घोषणा की जा सकती है, जबकि कुछ विभागों को अभी रोक कर रखा जा सकता है. संभव है उनकी घोषणा शुक्रवार से शुरू हो रहे विधानसभा सत्र के बाद की जाए.

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