अगर जांच हई तो उत्तराखण्ड में भी मिल सकते शशिकला और नटराजन
एक बार फिर से भारत देश की न्याय प्रणाली ने बता दिया है कि कानून से ऊपर इस देश में कोई नही है चाहे उसके पास करोड़ों अरबों की संपत्ति क्यों न हो। माननीय उच्चतम न्यायालय ने तमिलनाडू की मुख्यमंत्री पद की ताजपोशी के उम्मीद बांधे शशिकला को आय से अधिक सम्पत्ति रखने के जुर्म में 04 साल की सश्रम कारावास की सजा सुना दी है और साथ ही शशिकला को जेल में साधारण कैदी की ही तरह रहना होगा, उनको मोमबत्ती अगरबत्ती बनानी होगी ।
सोचने वाला विषय यह है कि शशिकला के तरह या नटराजन के तरह इस देश में कितने ही लोग होंगे जिन्होंने जनता की मेहनत की कमाई को अपना समझ कर गलत तरीके से इकठ्ठा करके अपनी तिजोरी भर रखी हैं , लेकिन इन पर नजर कब पड़ेगी जिससे इनको भी सजा हो सके और देश की जनता को न्याय मिल सके। उत्तरखण्ड राज्य में हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में कितने ही प्रत्याशियों ने जब अपनी संपत्ति की घोषणा की तो उनके पिछले पांच साल में दिए गए संपत्ति विवरण से कही ज्यादा थी। सोचनीय विषय यह है कि विश्व के सबसे शक्तिशाली देश अमेरिका के राष्ट्रपति ओबामा जब राष्ट्रपति पद छोड़ते हैं तो उनको किराया के घर पर रहना पड़ता है और प्राइवेट नौकरी करनी पड़ती है , लेकिन हमारे देश में छोटे से पद से रिटायर होने पर करोड़ों के वारे न्यारे होते हैं।
अगर सही तरह से जाँचे हो तो उत्तराखंड में ही कई शशिकला या नटराजन मिल जायेंगे।