सिर्फ नेता ही नहीं जनता भी बना रही है रणनीति, जानिए विकास के लिए कौन सा फॉर्मुला करती है इस्तेमाल?
मुरादाबाद। उत्तर प्रदेश में पहले और दूसरे चरण के जिन इलाकों में मतदान होने जा रहे हैं, वहां इन दिनों सभी पार्टियों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। वहीं मतदाताओं का इस बार क्या रुझान है और क्या उनके मुद्दे हैं ये जानने के लिए OneIndia की टीम ने कांठ विधानसभा का दौरा किया। इसी के तहत हमारे संवादाता सागर रस्तौगी ने मुरादाबाद की कांठ विधानसभा का जमीनी स्तर पर जायजा लिया।
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कांठ विधनासभा क्षेत्र मुरादाबाद-हरिद्वार मार्ग पर जिला मुख्यालय से महज 25 किलोमीटर दूर है। ये इलाका पूरी तरह खेती-किसानी पर निर्भर है। यहां ज्यादातर किसान आत्मनिर्भर हैं। इसलिए जो विधायक इन्हें जचता नहीं उसे अगली बार सबक भी सिखा देते हैं।
जब OneIndia संवाददाता सागर रस्तौगी ने इनसे इस बात को लेकर पूछा तो ग्रामीणों ने भी ये बात स्वीकार की और कहा की प्रत्याशी क्षेत्र में काम नहीं कराता तो उसे हम बदलते आए हैं और ये इस बार भी दिखेगा। बता दें कि कांठ में जाट-मुस्लिम मतदाताओं की अधिकता है। इसलिए इन्हीं दो में से ही हर बार कोई न कोई जीतता रहा है। फिलहाल मौजूदा विधायक अनिसुर्रहमान सैफी हैं, जो इस बार सपा से विधानसभा का चुनाव लड़ रहे हैं लेकिन मतदाताओं के रुख से बदलाव साफ नजर आ रहा है।
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Source: hindi.oneindia.com