बैन होंगी बड़ी कंपनियों की 37 खतरनाक दवाएं!
नई दिल्ली। स्वास्थ्य अनुसंधान विभाग की सचिव सौम्या स्वामीनाथन की ओर से पत्र लिखे जाने के करीब 16 महीने बाद ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DGCI) और स्वास्थ्य मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने 37 दवाइयों को बैन किए जाने का निवेदन किया है।
इन दवाओं को सौम्या ने ‘बहुत ही खतरनाक’ बताया था। DGCI ने 12 नवंबर 2015 को सौम्या की ओर से भेजे गए ई-मेल पर कार्रवाई की है। में Cefpodoxime + Clavulanate शामिल है। यहां दवा गोनोरिया और न्यूमोनिया के लिए प्रयोग में लाई जाती है।
सौम्या ने कहा…
अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार सौम्या ने कहा कि DGCI को अभी आगे और कार्रवाई करनी होगी। फार्मा कंपनियों को भी सहयोग करना होगा। अपने ई-मेल में सौम्या ने कहा कि मैं इसमें लिस्ट में तर्कहीन एंटीबायोटिक संयोजनों संलग्न है जिसे बैन किए जाने की जरूरत है। ये लिस्ट आईडी सर्जनों ने बनाई है।
सौम्या ने लिखा था कि मैं इन लोगों की बनाई सूची से सहमत हूं। लिखा था कि मुझे इस बात की उम्मीद है कि आप लोग इस पर कार्रवाई करेंगे।
आईएमएस हेल्थ के मुताबिक ये दवाएं जिन्हें सौम्या ने बैन करने के लिए ई-मेल लिखा था वो 70 कंपनियां बनाती हैं, जिसमें सन फार्मा, फिजर,मैन काइंड फार्मा, लुपिन और सिपला समेत कई अन्य कंपनियां दवा बनाती हैं।
ये भी पढ़ें: सरकार ने लिया 2000 और 500 के नोट से जुड़ा एक बड़ा फैसला, हर 3-4 साल में बदलेंगे सुरक्षा फीचर्स
Source: hindi.oneindia.com