बरेली सीट पर मुकाबला दिलचस्प, सपा का खेल बिगाड़ सकता है पार्टी समर्थक रहा डॉक्टर
बरेली। बरेली शहर विधानसभा सीट पर बसपा प्रत्याशी के समर्थन में एक डॉक्टर के आने से इस सीट पर मुकाबला दिलचस्प होने जा रहा है। खास बात ये है कि डॉक्टर खुद एक प्रत्याशी न होकर बसपा उम्मीदवार का समर्थक है। गौरतलब है कि कुछ समय तक डॉक्टर सपा के प्रशंसक हुआ करते थे। लेकिन डॉक्टर की संस्था हुदैबिया कमेटी के एक कार्यक्रम को प्रशासन ने आचार संहिता का हवाला देकर रोकने से उन्होंने पाला बदल लिया। डॉक्टर ने आरोप लगाया कि उनका कार्यक्रम सपा के इशारे पर रोका गया है। ये भी पढ़ें: रामपुर: आजम खां ने कहा मायावती कौम की हितैषी होतीं तो 403 मुसलमान उतारतीं
जानकारी के मुताबिक, बरेली विधानसभा सीट पर भाजपा और बसपा के उम्मीदवार क्रमश: डॉक्टर अरुण कुमार और इंजीनियर अनीस अहमद के बीच कड़ा मुकाबला होने जा रहा है। लेकिन इस मुकाबले में असली रंग भरने का काम मिशन अस्पताल के डॉक्टर एस हुदा कर रहे हैं। बता दें कि एस हुदा मुस्लिम बुद्धिजीवियों के साथ समाज के सबसे नीचे तबके से जुड़े इंसान हैं। डॉक्टर हुदा ने जब से शहर विधानसभा सीट पर बसपा उम्मीदवार इंजीनियर अनीस अहमद के लिए जनसंपर्क किया है तब से इस सीट पर नजारा देखने लायक हो गया है। दरअसल, अनीस के साथ समाज के सभी वर्ग का समर्थन मिलता दिख रहा है।
वहीं, डॉक्टर हुदा ने वनइंडिया से बातचीत में कहा कि वे समाजवाद के नाम पर आवाम पर हुए जुल्म का हिसाब लेने निकले हैं। उन्होंने सपा पर क्राइम कंट्रोल नहीं कर पाने का आरोप भी लगाया। हुदा ने कहा कि समाजवादी सरकार में मुज्जफरनगर कांड, दादरी कांड, सीओ जियाउल हक़, बुलंदशहर हाईवे पर गैंगरेप, चार सौ से ज्यादा सांप्रदायिक दंगे हुए हैं। वहीं, मुस्लिमों को अपना वोट बैंक बनाने के लिए पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव द्वारा 18 प्रतिशत आरक्षण देने की बात कही थी, लेकिन उनकी यह घोषणा कभी परवान ही नहीं चढ़ी।
फिलहाल, डॉक्टर हुदा सपा के खिलाफ बसपा के स्टार प्रचारक हैं। वे बसपा प्रत्याशियों के समर्थन में बरेली मंडल में जनसंपर्क करने के साथ सभा भी कर रहे हैं। डॉक्टर हुदा ने ये बात भी स्वीकारी है कि उन्होंने अभी बसपा की सदस्यता ग्रहण नहीं की है। लेकिन वे बहनजी की सेना के सच्चे सिपाही हैं। उन्होंने कहा कि उनकी व्यक्तिगत रूप से डॉक्टर अरुण से लड़ाई नहीं है लेकिन डॉक्टर अनीस सेक्यूलर होने के साथ पढे लिखे इंसान है, इसलिए वे उनके साथ हैं। ये भी पढ़ें: यूपी में पांच रैलियों को अखिलेश करेंगे संबोधित, भाजपा पर बोल सकतें हैं बड़ा हमला
Source: hindi.oneindia.com