सूर्यकांत धस्माना हुए पत्रकारों से रूबरू

देहरादून,। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा हे कि प्रदेश की सरकार निर्वाचित जन प्रतिनिधियों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है जिसे किसी भी दशा में सहन नहीं किया जायेगा और सड़कों पर उतरकर सरकार की जन विरोधी नीतियों का विरोध किया जायेगा। उन्होंने सरकार से तत्काल निकाय चुनाव कराये जाने की मांग की है। यहां राजीव भवन कांग्रेस भवन में पत्रकारों से बातचीत में धस्माना ने कहा कि प्रदेश की सरकार गलत तरीके से स्थानीय निकायों में प्रशासक नियुक्त कर जन प्रतिनिधियों का अनादर कर रही है। 73वें व 74वें संशोधन की मूल भावना के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है और निर्वाचित प्रतिनिधियों के हितों पर कुठाराघात किया जा रहा है सरकार निकायों, नगर निगमों, नगरपालिका परिषदों में प्रशासक नियुक्त कर रही है और अब जनता को प्रशासकों के ही भरोसे रहना पडेगा।सरकार जानबूझ कर निकाय चुनाव में देरी करने के लिए इस प्रकार का प्रपंच रच रही है और पूर्व में 72 गांवों के सीमा विस्तार को लेकर ग्राम प्रधानों, बीडीसी सदस्यों, जिला पंचायत सदस्यों ने विरोध किया और न्यायालय की शरण में गये लेकिन इसके बाद भी सरकार ने किसी भी प्रकार की कोई तवज्जो नहीं दी है और केन्द्र सरकार के चार वर्ष व प्रदेश सरकार के एक वर्ष में ही जनता का सरकारों से मोहभंग हो गया है। भाजपा हार के भय से चुनाव को टालने का सहारा ले रही है और जनता के अधिकारों को छिनने का काम कर रही है और नष्ट भ्रष्ट करने का कार्य किया जा रहा है और कांग्रेस आज भी चुनाव के लिए पूरी तरह से तैयार है। सरकार ने शीघ्र ही निकाय चुनाव नहीं किये तो प्रदेश भर में आंदोलन शुरू किया जायेगा। उन्होंने प्रदेश सरकार को घेरते हुए कहा कि श्री केदारनाथ धाम में लेजर शो से मर्यादा भंग करने का काम किया है और मंदिर समिति के अध्यक्ष गणेश गोदियाल एवं स्थानीय विधायक मनोज रावत के विरोध के बाद इस लेजर शो को नहीं चलने दिया गया और इसमें कई खामियां थी और यहां तक की कपाट खुलने के अवसर पर सरकार का कोई प्रतिनिधि वहां नहीं गया और यदि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वहां आते तो पूरी सरकार वहां पर होती।
यूपीए सरकार के समय के साढे सात हजार करोड़ रूपये आपदा के केन्द्र की सरकार के आज तक रिलीज नहीं किये है और केन्द्र सरकार यह बताये की 2014 से लेकर आज तक चार धामों के लिए केन्द्र सरकार ने कितना बजट दिया है और वहां पर जो भी कार्य किये जा रहे है वह सीएसआर के माध्यम से किये जा रहे है। उनका कहना है कि इसके लिए कांग्रेस भाजपा से, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री आदि से खुली बहस के लिए तैयार है। उनका कहना है कि लेकिन आज तक इसका कोई भी भाजपाई जवाब नहीं दे रहा है। उनका कहना है कि राजधानी में दस साल से भाजपा का नगर निगम में बोर्ड रहा लेकिन इस वर्षों में नागरिक सुविधाओं का हरास किया गया और आज भी घर घर से कूडा उठान समय पर नहीं हो रहा है और ब्लैक लिस्टेड कंपनी को ठेका दिया गया है। आंतरिक सड़कां का निर्माण नहीं किया गया है और नाली, सडक, सफाई की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है और सफाई कर्मचारियों की भर्ती नहीं की जा रही है जो नगर पालिका के समय कर्मचारी थे उनमें से भी कई कम हो गये है। यहां तक की फुटपाथों पर होर्डिंग लगा दिये गये है और दून को होर्डिंग शहर बना दिया गया है। वहीं उन्होंने मेयर व विधायक विनोद चमोली ने जिस प्रकार से महिला सफाई कर्मचारियों का अपमान किया है उसे किसी भी दशा में सहन नहीं किया जायेगा और कांग्रेस इसकी निंदा करती है। इस अवसर पर वार्ता में प्रवक्ता गरिमा दसौनी, लालचन्द शर्मा, देवेन्द्र सिंह बुटोला, जगदीश धीमान, मोहन काला आदि मौजूद थे।

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