अब दिल की हर बीमारी का हो सकेगा आसानी से इलाज, आया 3-डी प्रिंटेड मॉडल!

लंदनः शोधकर्ताओं के एक दल ने थ्री डायमेंशनल प्रिंट किया गया दिल का मॉडल विकसित किया है, जिससे सर्जंस को उन विशेष सेल्स की जानकारी मिली है, जो हमारे दिलों में धड़कन पैदा करती हैं. इसके अलावा यह मॉडल दिल की बीमारियों के इलाज के लिए भी कई तरह की विस्तृत जानकारी मुहैया कराएगा, जिससे महत्वपूर्ण टिश्यूज़ को नुकसान पहुंचाए बिना इलाज किया जा सकेगा.

इसकी मदद से दिल की प्रणाली में आई गड़बड़ी का बारीकी से निरीक्षण किया जा सकेगा और बेहतर इलाज किया जा सकेगा.
यह हार्ट से जुड़ी अन्य बीमारियों के इलाज में भी मददगार होगा, जैसे कि अनियमित धड़कन जो ब्लड सर्कुलेशन में गड़बड़ी से जुड़ी होती है.

ब्रिटेन के लिवरपूल जॉन मूरेस यूनिवर्सिटी (एलजेएमयू) के प्रोफेसर जोनाथन जारविस का कहना है कि 3-डी आंकड़ों से कार्डियक कंडक्शन प्रणाली की हृदय के बाकी हिस्से से जटिल संबंधों को समझने में आसानी होती है.

साइंटिफिक रिपोर्ट पत्रिका में प्रकाशित इस शोध-पत्र में जारविस ने लिखा है कि 3-डी प्रिंटेड मॉडल के आंकड़ों से हार्ट डिजीज़ एक्सपर्ट, हार्ट डिजीज़ से पीड़ित मरीजों के बीच बीमारी के बारे में चर्चा में भी मदद मिलती है.

कॉर्डियक कंडक्शन सिस्टम इलेक्ट्रिक वेव्स का निर्माण करती है और छोड़ती है, जो हृदय की मांसपेशियों को सिकुड़ने और फैलने के लिए उत्तेजित करती है और हार्ट के विभिन्न पार्ट्स को रेगुलेट करती है, ताकि वे को-ऑर्डिनेट तरीके से काम करें.

अगर इस प्रणाली में किसी प्रकार की खराबी आ जाती है और हृदय का एक हिस्सा बाकी हिस्से से तालमेल बिठाकर काम नहीं करता तो हृदय रक्त को सही तरह से पंप नहीं कर पाता और यह प्रक्रिया दिल के लिए हानिकारक होती है और उसकी कार्यप्रणाली को नुकसान होता है.

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