हार से बौखलाइ छात्राओं ने प्राचार्य पर मढ़ा दोष
देहरादून: एमकेपी पीजी कॉलेज के छात्रसंघ चुनाव में मुंह की खाने के बाद एबीवीपी की छात्रनेताओं का गुस्सा कॉलेज प्रशासन के खिलाफ कम नहीं हो रहा है। छात्राओं ने अपनी हार का ठीकरा प्राचार्य के सिर फोड़ते हुए आरोप लगाया कि प्राचार्य की ओर से षड़यंत्र व पक्षपात पूर्ण रवैया अपनाकर चुनाव को प्रभावित किया गया।
संगठन के प्रांतीय कार्यालय में रविवार को आयोजित प्रेसवार्ता में छात्र संघ की पूर्व अध्यक्ष प्रगति रावत ने आरोप लगाए कि मतगणना के दौरान प्रत्याशियों के प्रतिनिधि का बैठना आवश्यक होता है लेकिन, ऐसा नहीं किया गया। मतदान के लिए आधार कार्ड की अनिवार्यता के बारे में भी समय पर नहीं बताया गया। आरोप है कि कॉलेज प्रबंधन ने भेदभाव पूर्ण रवैया अपनाते हुए एनएययूआइ के लिए केवल फोटो, जबकि एबीवीपी के लिए आधार कार्ड अनिवार्य कर रखा था। चुनाव के दिन प्रॉक्टोरियल बोर्ड की छात्राएं मतदान को प्रभावित कर रही थीं, जिसमें सभी छात्राएं एनएसयूआइ की शामिल थीं। एबीवीपी का आरोप है कि मतदान करने वाली कई छात्राओं के हाथ में स्याही नहीं लगाई गई। इसलिए फर्जी मतदान की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। कॉलेज प्रशासन ने चुनाव करवाने की इतनी जल्दबाजी की कि कई छात्राओं के परिचय पत्र तक नहीं बने थे। एक बैलेट बॉक्स की रस्सी भी खुली हुई थी। पत्रकार वार्ता में छात्र पूर्व उपाध्यक्ष मनाक्षी, आरती भंडारी, जैसमीन, वैशाली भारद्वाज, भावना, पूजा मिश्रा, दीपशिखा, माधुरी आदि मौजूद थे।