सब्सिडी उपभोक्ताओं के बैंक खाते में नहीं पहुंच रही
देहरादून, । राज्य खाद्यान्न सुरक्षा योजना में चावल की सब्सिडी सवालों में घिरती नजर आ रही है। विभाग ने योजना में पांच किलो में से ढाई किलो चावल की कटौती तो की, लेकिन इस कटौती के बदले दी जाने वाली नकद सब्सिडी उपभोक्ताओं के बैंक खाते में नहीं पहुंच रही है। इस शिकायत को लेकर उपभोक्ता बार-बार डीएसओ कार्यालय के चक्कर कटकर रहे हैं, लेकिन समाधान नहीं हो रहा है। वहीं, विभाग का दावा है कि उपभोक्ताओं के बैंक खाते में सब्सिडी भेजी जा रही, लेकिन बड़ा सवाल यह है कि आखिर यह सब्सिडी जा कहां रही है। प्रदेशभर में करीब 11.5 लाख से अधिक राज्य खाद्यान्न सुरक्षा योजना के कार्डधारक हैं। इन कार्डधारकों को वर्ष 2016 से पहले पांच-पांच किलो गेहूं-चावल मिलता था। लेकिन, इसके बाद चावल के कोटे में ढाई किलो की कटौती कर दी गई। तब से पांच किलो गेहूं 8.60 रुपये प्रति किलो व ढाई किलो चावल 11 रुपये प्रति किलो प्रति कार्डधारक को दिया जाने लगा। ढाई किलो चावल कटौती के बजाय कार्डधारकों को ग्यारह रुपये प्रति किलो के हिसाब से 27.5 रुपये सब्सिडी बैंक खाते में दी जाती है। लेकिन इससे इतर नगर के कई उपभोक्ताओं के खाते में चावल की सब्सिडी न आने की लगातार शिकायतें आ रही हैं। खुड़बुड़ा निवासी रामकुमार, राजेंद्र सिंह, रायपुर निवासी प्रताप सिंह, ममता ने कहा कि उनके बैंक खाते में महीनों से चावल की सब्सिडी नहीं आई है।