राष्ट्रगान के दौरान खड़े ना होने पर 60 साल की महिला और उसकी बेटी से हाथापाई
चेन्नई। चेन्नई अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल में फिल्म के शो से पहले राष्ट्रगान बजाए जाने के दौरान खड़े नहीं होने पर भीड़ ने दो महिलाओं समेत तीन लोगों के साथ हाथापाई की, इसमें एक 60 साल की बुजुर्ग महिला भी शामिल है। पुलिस ने पहुंचकर तीनों को राष्ट्रगान का अपमान करने के लिए गिरफ्तार कर लिया गया और थाने ले गई। हालांकि बाद मे तीनों को जमानत दे दी गई।
चेन्नई के एक सिनेमा हॉल में राष्ट्रगान के दौरान खड़े न होने पर पुलिस ने तीन लोगों को हिरासत में ले लिया। इनमें दो महिलाएं भी शामिल है। मीडिया खबरों के मुताबिक यह घटना चेन्नई के प्लाज्जो सिनेमा हॉल में चल रहे अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल के दौरान घटी। चेन्नई के वाडापलानी में पलाज्जो सिनेमा में अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल के वेन्यू के तौर पर बुधवार को एक बुल्गेरियन फिल्म की स्क्रीनिंग हो रही थी। जिसमें स्नातक की छात्रा श्रीला, उसकी 60 साल की मां सुभाश्री और केरल का एक शख्स बिजोन राष्ट्रगान के दौरान खड़े नहीं हुए। जिस पर कुछ लोगों ने उनको राष्ट्रगान का अपमान करने का आरोप लगाते हुए बहस शुरू कर दी। मामले बढ़ने पर कुछ लोगों ने इन तीनों के साथ हाथापाई भी शुरू कर दी, हंगामा हुआ तो पुलिस वहां पहुंची।
थियेटर नें इससे हंगामें की स्थिति उत्पन्न हो गई। फिल्म फेस्टिवल के आयोजकों की सूचना पर पुलिस ने तीनों लोगों को गिरप्तार कर लिया और थाने ले गए। बाद में तीनों को जमानत पर रिहा कर दिया गया। श्रीला और विनोद ने भी अपने पर हमला करने और आइडेंटिटी कार्ड छीनने की कोशिश करने की शिकायत दर्ज कराई है। श्रीला ने घटना पर कहा कि मैं अपने सिद्धांत के लिए राष्ट्रगान के दौरान खड़ी नहीं हुई क्योंकि सुप्रीम कोर्ट का आदेश बेवजह की देशभक्ति थोपने वाला आदेश है। आपको बता दें कि बीते साल 30 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट ने सिनेमाघरों में फिल्म के शो से पहले राष्ट्रगान बजाए जाने का आदेश दिया है। जिसके बाद देशभर में सिनेमाघरों में लगातार मारपीट की घटनाएं हो रही हैं।
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Source: hindi.oneindia.com