मैक्स अस्पताल ने कैंसर से जूझ रहे मरीजों के लिए शुरू की ‘लिम्ब प्रीज़रविंग सर्जरी
ब्यूरों प्रमुख
आम से लेकर खास तक एक अनूठी पहल
देहरादून, । मैक्स सुपर स्पेशलटी अस्पताल देहरादून के आेंकोलोजी विभाग ने ‘कैंसर जागरुकता माह’ के मद्देनजर आयोजित एक सम्मेलन में सुपर सब-स्पेशलटी-मस्कुलो स्केलेटल ओंकोलोजी या लिम्ब प्रीजरविंग सर्जरी का लॉन्च किया। मैक्स सुपर स्पेशलटी अस्पताल देहरादून का मैक्स कैंसर केयर सेंटर अपने अनुभवी कैंसर विशेषज्ञों के माध्यम से कैंसर देखभाल के क्षेत्र में व्यापक सेवाएं मुहैया कराता है। सब-स्पेशलटीज़ जैसे -मस्कुलो स्केलेटल ओंकोलोजी, थोरेसिक ओंकोलोजी, इम्यून थेरेपी और पैलिएटिव केयर के लॉन्च के साथ अस्पताल का ओंकोलोजी विभाग अपने मरीज़ों को विश्वस्तरीय सेवाएं उपलब्ध कराने हेतू तत्पर है। इस मौके पर यहां सुभाष रोड स्थित एक होटल में आयोजित पत्रकार वार्ता में मैक्स सुपर स्पेशलटी अस्पताल देहरादून में कन्सलटेन्ट-मेडिकल ओंकोलोजी डॉ. विमल पंडिता ने कहा, ‘‘मस्कुलोस्केलेटल ओंकोलोजी, आर्थोपेडिक सर्जरी की एक सब-स्पेशलटी है जिसमें विभिन्न प्रकार के सौम्य एवं दुर्दम बोन ट्यूमर, सॉफ्ट टिश्यू ट्यूमर तथा मैटास्टैटिक हड्डी रोगों का निदान, उपचार एवं प्रबन्धन शामिल है। इनमें से ज़्यादातर ट्यूमर बच्चों में होते हैं और उचित प्रबन्धन के द्वारा इनके उपचार की सम्भावना बहुत अधिक होती है। मैक्स सुपर स्पेशलटी अस्पताल, देहरादून में अब हम मरीज़ों को बोन/ मस्कुलोस्केलेटल कैंसर उपचार भी उपलब्ध कराएंगे जो रोग प्रबन्धन के लिए एक प्रभावी एवं बहु-आयामी दृष्टिकोण है।’’ मैक्स कैंसर सेंटर की विशेषज्ञता के बारे में बातकरते हुए मैक्स सुपर स्पेशलटी अस्पताल में सर्जिकल ओंकोलोजी के कन्सलटेन्ट डॉ. महेश सुल्तानिया ने कहा, ‘‘मैक्स सुपर स्पेशलटी अस्पताल देहरादून में एक बहु-आयामी कैंसर ट्यूमर बोर्ड है। इस बोर्ड में सर्जिकल ओंकोलोजिस्ट, रेडिएशन ओंकोलोजिस्ट, मेडिकल ओंकोलोजिस्ट, पैथोलोजिस्ट और रेडियोलोजिस्ट शामिल हैं जो अपने मरीज़ों को बेहतर, पक्षपात-रहित, अत्याधुनिक एवं संतोषजनक सेवाएं उपलब्ध कराते हैं। यह कैंसर के उपचार के लिए बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि ट्यूमर के बढ़ने के आधार पर मरीज़ को प्रभावी उपचार देना बेहद महत्वपूर्ण है। बोन एवं सॉफ्ट टिश्यू कैंसर के ऐसे मामलों में, जहां पहले सर्जरी की जा चुकी है, मस्कुलो-स्केलेटल या ‘लिम्ब प्रीज़रविंग’ सर्जरी आज मानक तरीका बन गया है।’’ इस मौके पर मैक्स सुपर स्पेशलटी अस्पताल, देहरादून में मस्कुलो स्केलेटल ओंकोलोजी (आर्थोपेडिक ओंकोलोजी) के कन्सलटेन्ट डॉ विवेक वर्मा ने उत्तराखण्ड में अपनी तरह के पहले मामले के बारे में बताया जिसमें मरीज़ में एक प्रकार के लोकली एग्रेसिव बोन ट्यूमर- रेकरेन्ट ‘जायन्ट सैल ट्यूमर’ का निदान किया गया था। मैक्स सुपर स्पेशलटी अस्पताल, देहरादन में वाईस प्रेज़ीडेन्ट ऑपरेशन्स डॉ. संदीप सिंह तंवर ने कहा, ‘‘लिम्ब सेविंग यानि हाथ-पैर को बचाने वाली जटिल शल्यक्रियाएं आज मैक्स सुपर स्पेशलटी अस्पताल, देहरादून में सफलतापूर्वक की जा रही हैं। साथ ही हम इस बात का भी ध्यान रखते हैं कि मरीज़ों को किफ़ायती दरों पर इलाज मिले। हम अपने विश्वस्तरीय इन्फ्रास्ट्रक्चर के साथ मरीजों को उत्कृष्ट सेवाएं उपलब्ध कराने हेतू प्रयासरत हैं ।