मामूली डांट पर अंधेरे में घर से निकलकर बस पर चढ़ी मासूम
देहरादून : जिस उम्र में बच्चे खेला करते हैं उस उम्र में एक मासूम ने एक बहुत बड़ा कदम उठा लिया। एक ऐसा कदम जिससे मासूम के साथ कोर्इ भी अनहोनी हो सकती थी। लेकिन बस के चालक और परिचालक की समझ से मासूम अपने परिजनों के पास सकुशल पहुंच गर्इ।
दरअसल मामला विकासनगर के हर्बटपुर का है। जहां एक 9 साल की बच्ची रात को अकेले रोडवेज बस में बैठ गर्इ। बच्ची ने परिचालक से रुड़की अपने चाचा के घर जाने की बात कही। जिसपर परिचालक ने उससे किराया मांगा तो बच्ची ना ही पैसै दे पार्इ और ना ही जवाब।
परिचालक ने बच्ची को अकेला देखकर इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस जांच में पता चला कि बच्ची नेहा पुत्री पिताम्बर निवासी लखवाड़ कॉलोनी डाकपत्थर विकासनगर की रहने वाली है।
वहीं डाकपत्थर के चौकी प्रभारी ने बच्ची के परिजनों को सूचित किया गया। जब उन्होंने बच्ची के पिता को फोन किया तो बच्ची के पिता ने कहा कि वो बेटी के सकुशल होने पर बेहद खुश हैं।
उन्होंने बताया कि बच्ची उनकी मामूली सी डांट से नाराज होकर घर से चली गर्इ और काफी खोजबीन के बाद भी वो नहीं मिली। उन्होंने पुलिस को बताया कि वो सुबह होते ही इसबात की रिपोर्ट भी कराने वाले थे।
बच्ची के पिता ने पुलिस से अपनी असमर्थता जताते हुए कहा कि वो बीमार है जिसके कारण वो ठीक से चल नहीं पाते। उन्होंने कहा कि वो सुबह होते ही अपनी पत्नी को बेटी को लाने के लिए झाझरा भेज देंगे।
तबतक उनकी बेटी को पंडितवाड़ी के एफ टाइप 41 कॉलोनी में रह रही बच्ची की बुआ बाला देवी पत्नी रमेश पाल निवासी के सुपुर्द कर दिया जाए। जिसपर पुलिस ने बच्ची को उसकी बुआ को सौंप दिया।