पटवारी पेपर लीक मामले में राज्य लोक सेवा आयोग के एक कर्मचारी समेत चार आरोपी गिरफ्तार
देहरादून,र। पटवारी भर्ती का पेपर लीक होने से युवाओं में निराशा है। अधीनस्थ सेवा चयन आयोग में धांधली की शिकायतों के बाद परीक्षाओं को कराने का जिम्मा उत्तराखंड लोकसेवा आयोग को सौंपा गया था। दावे किए गए थे कि अब परीक्षाएं साफ सुथरी और पारदर्शी होंगी, लेकिन लगता है यहां भी किसी हाकम सिंह गैंग का साया पड़ गया है। एसटीएफ ने 8 जनवरी को हुई पटवारी और लेखपाल भर्ती परीक्षा में पेपर लीक करने का खुलासा किया है। इस मामले में 1 आयोग के कर्मचारी समेत 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। आयोग में नियुक्त अनुभाग अधिकारी ने पत्नी के साथ मिलकर पेपर लीक के खेल को अंजाम दिया। शुरुआती जांच के मुताबिक 35 अभ्यर्थियों तक लीक हुआ पेपर पहुंचा था।
मामले पर एसटीएफ के एसएसपी आयुष अग्रवाल ने कहा कि भर्ती प्रक्रियाओं में पारदर्शिता रखे जाने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसीलिए एसटीएफ हर भर्ती पर नजर रख रही है। शिकायत मिली थी कि 8 जनवरी को हुई पटवारी और लेखपाल भर्ती परीक्षा का पेपर भी लीक किया गया है। मामले की छानबीन पर एसटीएफ को संदेह हुआ तो आयोग का कर्मचारी हत्थे चढ़ गया। यूकेपीएससी में अनुभाग अधिकारी के पद पर तैनात संजीव चतुर्वेदी ने अपीन पत्नी के साथ मिलकर पेपर लीक कराया।
एसटीएफ के मुताबिक 8 जनवरी को आयोजित लेखपाल की परीक्षा के प्रश्न पत्र तैयार करने की जिम्मेदारी आयोग के अति गोपन कार्यालय के अनुभाग 3 को थी। लेकिन परीक्षा से पहले अनुभाग-3 में नियुक्त अनुभाग अधिकारी संजीव चतुर्वेदी ने अपने कार्यालय से प्रश्न पत्र लीक किया और अपनी पत्नी ऋतु के साथ मिलकर लिक प्रश्न पत्र राजपाल व संजीव कुमार को उपलब्ध कराया। संजीव चतुर्वेदी ने पेपर के फोटो खींचकर लोगों को वट्सएप्प पर उपलब्ध कराए। इसके एवज में संजीव चतुर्वेदी व रितु को नकद धनराशि दी गई। एसटीएफ के मुताबिक संजीव कुमार व राजपाल ने आगे रामकुमार व अन्य लोगों को लीक पेपर फॉरवर्ड किया और इसे अभयर्थियों में बांटा गया। लीक हुए पेपर को देहरादून से कुछ दूर स्थित बिहारीगढ के पास स्थित माया अरूण रिजार्ट और ग्राम सेठपुर लक्सर हरिद्वार व अन्य जगहों में अभ्यर्थियों को रटाया गया। शुरुआती विवेचना के अनुसार लगभग 35 अभ्यार्थियों द्वारा परीक्षा से पूर्व प्रश्न पत्र प्राप्त होना संज्ञान में आया है। प्रश्न पत्र के लिए हासिल की गई धनराशि की भी जांच की जा रही है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ, आयुष अग्रवाल ने बताया कि इस प्रकरण में यूकेपीएससी में तैनात अनुभाग अदिकारी संजीव चतुर्वेदी, राजपाल पुत्र स्व0 फूल सिंह निवासी ग्राम कुलचन्दपुर उर्फ नथौडी थाना गागलहेडी, जनपद सहारनपुर यूपी, हाल निवासी ग्राम सुकरासा अम्बूवाला थाना पथरी जनपद हरिद्वार, संजीव कुमार पुत्र स्व0 मांगेराम निवासी ग्राम कुलचन्दपुर उर्फ नथौडी थाना गागलहेडी सहारनपुर उ0प्र0 हाल निवासी फ्लैट नं0 जी-407 जर्स कन्ट्री ज्वालापुर थाना ज्वालापुर जनपद हरिद्वार, और राम कुमार पुत्र सुग्गन सिंह नि0 ग्राम सेठपुर, लक्सर, जनपद हरिद्वार को गिरफ्तार किया है। एसटीएफ ने संजीव चतुर्वेदी के पास से आउट प्रश्न पत्र की प्रतियां एवं प्रश्न पत्र लीक कर अवैध रूप से कमाये गये 22 लाख पचास हजार की राशि बरामद की है।