दूसरे दिन भी ठप रही केदारनाथ यात्रा
रुद्रप्रयाग,। दूसरे दिन भी केदारनाथ यात्रा ठप रही। गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर लिनचैली में मलबा आने से तीर्थ यात्रियों को केदारनाथ नहीं भेजा गया। हालांकि यहां पर निम एवं लोनिवि के मजदूरों द्वारा मार्ग को खोलने का कार्य किया जा रहा है, लेकिन मलबा अधिक होने से दिक्कतें बढ़ रही हैं। वैकल्पिक मार्ग तैयार करके पुलिस, निम एवं एसडीआरएफ के जवानों ने 76 यात्रियों को लिनचैली से सुरक्षित गौरीकुुंड भेजा। यहां भी मुनकटिया में यात्रियों को सुरक्षित निकाला गया।
गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग लिनचैली में बंद होने से केदारनाथ यात्रा पिछले दो दिनों से ठप पड़ी हुई है। बारिष के कारण लिनचैली में पैदल मार्ग पर भारी मलबा आ गया है, जिसे खोलने के प्रयास तो किये जा रहे हैं, लेकिन मलबा अधिक होने से दिक्कतें बढ़ गई हैं। केदारनाथ मंे फंसे यात्रियों को शुक्रवार को लिनचैली से सुरक्षित निकाला गया। जबकि सोनप्रयाग से एक भी यात्री को केदारनाथ नहीं भेजा गया। यात्रियों को निकालने के लिए एसडीआरएफ, पुलिस एवं लोनिवि के मजदूरों ने वैकल्पिक मार्ग तैयार किया, जिसके बाद यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। वहीं दूसरी ओर फाटा के निकट डोलिया देवी में केदारनाथ हाईवे पर मलबा आने का सिलसिला लगातार जारी है। डोलिया देवी में केदारनाथ हाईवे लगातार नीचे की ओर धंस रहा है। जिस कारण हाईवे के ऊपर स्थित खाट गांव को भी गंभीर खतरा पैदा हो गया है। राजमार्ग के धंसने से आवासीय भवन, प्राथमिक विद्यालय और गौशालाएं ढहने के कगार पर हैं।