तेलंगाना: मुख्यमंत्री राव के काफिले के कारण रोकी गई कार, बीमार गृहणी की मौत
हैदराबाद। तेलंगाना के मुख्यमंत्री और तेलंगाना राष्ट्र समिति ( TRS ) के अध्यक्ष कल्वाकुंतला चंद्रशेखर राव के काफिले की मूवमेंट की वजह से ट्रैफिक जाम में फंस कर 65 वर्षीय गृहणी शोभाा की मौत हो गई। प्राप्त जानकारी के मुताबिक शोभा का स्वास्थ्य खराब था, जिसके कारण वो अस्पताल जा रही थीं।
इस दौरान मुख्यमंत्री राव, खम्मम जाने से पहले लंच करने के लिए राज्य के उर्जा मंत्री पी जगदीश रेड्डी के आवास पर रुके थे। उर्जा मंत्री के आवास को जाने वाली सड़क से अलगी लेन पर ही वो अस्पताल था, जहां शोभा को इलाज कराना था। जो लेन मुख्यमंत्री के काफिले के मौजूद होने के कारण रोका गया था, वहां शोभा की कार को जाने से पुलिस ने रोक दिया।
जिसके बाद दूसरे रास्ते से उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया लेकिन देर होने के कारण उनकी मौत हो गई। हालांकि पुलिस इस बात से इनकार कर रही है, जिस कार से शोभा को ले जाया जा रहा था, उसे रोका नहीं गया था। सूर्यापेट निवासी शोभा, हायपरटेंशनस की बीमार से ग्रस्त थीं।
सोमवार (30 जनवरी) को शोभा के पति अंजय उन्हें पास के ही गायत्री नर्सिंग होम ले गए, जहां डॉ. राम मूर्थि ने शोभा का इलाज किया और उन्हें सलाह दी कि हैदाराबाद लेर जा या जाए।
मंगलवार (31 जनवरी) को अंजय ने हैदराबाद जाने के लिए कार किराए पर ली। लेकिन शोभा की बिगड़ती तबीयत के कारण उन्होंने ड्राइवर से कहा कि वो गायत्री नर्सिंग होम चले ताकि डॉ. राम मूर्थि से इलाज करा के फिर हैदराबाद के लिए आगे बढ़ें।
अस्पताल, तेलंगाना के उर्जा मंत्री पी जगदीश रेड्डी के आवास के ठीक पीछे थे। जहां मुख्यमंत्री राव रुके थे। यहां उनकी गाड़ी पुलिस ने रोक ली। उन्होंने रास्ता बदला लेकिन अस्पताल के पास उनकी गाड़ी फिर रोक ली गई। अंजय, तुरंत अस्पताल की ओर भागे और डॉक्टर को बाहर ले कर आए। जिसके बाद शोभा को अस्पताल ले जाया गाय। हालांकि अस्पताल डॉक्टर ने शोभा को मृत घोषित कर दिया।
अंजय ने इसका दोष स्थानीय पुलिस को दिया है। कहा कि अगर उनकी गाड़ी को उसी रास्ते से जाने दिया गया होता तो उनकी पत्नी शोभा जिंदा होती। वहीं सूर्यापेट के पुलिस अधीक्षक ने परीमाला नूतन ने कहा कि शोभा की कार को रोका नहीं गया था और यह जानने के बाद की कार में गंभीर अवस्था में मरीज है, उसे आगे जाने दिया गया था। मुख्यमंत्री के मूवमेंट में उनकी कार नहीं रुकी थी। ये भी पढ़ें: बजट 2017: जानिए क्या हुआ सस्ता और क्या हुआ महंगा
Source: hindi.oneindia.com