खेती के लिये बनाना होगा नीतिगत दस्तावेज : हरीश रावत
देहरादून, । शनिवार को बीजापुर हाउस में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय के नेतृत्व में प्रदेश किसान कांग्रेस के प्रतिनिधिमण्डल ने मुख्यमंत्री से भेंट की। सभी ने कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी को सफल किसान यात्रा के लिए बधाई दी। प्रतिनिधिमण्डल ने किसानों से संबंधित विभिन्न बिंदुओं की ओर मुख्यमंत्री का ध्यान आकृष्ट किया। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि राज्य में किसान आयोग का गठन किया गया है। उŸाराखण्ड में खेती में एडहोक एप्रोच से काम नहीं चल सकता है। इसके लिए एक नीतिगत दस्तावेज बनाना होगा। पिछले दो वर्षों में कृषि, बागवानी, पशुपालन आदि में बहुत सी शुरूआतें की गई हैं। वर्ष 2017 तक सभी किसानों को सॉयल हेल्थ कार्ड उपलब्ध करवा दिए जाएंगे। किसानों के बिजली सरचार्ज माफ किए गए हैं। गन्ने का सबसे बेहतरीन मूल्य उŸाराखण्ड में दिया जा रहा है। पिछले वर्ष का गन्ना बकाया भुगतान कर दिया गया है। इस वर्ष का भी गन्ना बकाया का भुगतान लगभग 80 प्रतिशत तक किया जा चुका है। चीनी मिलों में उप-उत्पाद के तौर पर बिजली बनाई जाएगी और इसके बायबैक की व्यवस्था भी की जाएगी। गन्ने में बीज बदल का कार्यक्रम भी किया गया है। प्रति हेक्टेयर उत्पादन में बढ़ोतरी हुई है।मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों में पारम्परिक फसलों पर उत्पादन बोनस भी दिया जा रहा है। मंडुवा, झंगोरा आदि की मांग भी सृजित की गई है। खेती को जंगली जानवरों से बचाने के लिए कई निर्णय लेते हुए काम प्रारम्भ किया गया है। जल संरक्षण व जल संचयन के लिए चाल-खाल व जलाशयों का निर्माण व पुनरूद्धार किया जा रहा है। अगले पांच वर्षों में उŸाराखण्ड, उŸारी भारत की सबसे बड़ी जलशक्ति होगा। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि किसानों के हित में राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यों का व्यापक प्रचार-प्रसार किसानों के बीच किए जाने की आवश्यकता है।